पहली बार खेले गए अमेरिकन लीग का कल फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें सिएटल ऑर्कास और एम.आई न्यूयॉर्क की भिड़ंत हुई। इस मुकाबले में एम.आई के कप्तान निकोलस पूरन ने अपनी तूफानी पारी से विपक्षी टीम को धूल चटा दी। पूरन ने अपनी पारी से मुकाबले को एकतरफा कर दिया और लक्ष्य को आसानी से हासिल कर अपनी टीम को इनॉग्रल इवेंट में चैंपियन बना दिया। मेजर लीग क्रिकेट के पहले संस्करण में नीता अंबानी की टीम ने 7 विकेट से बाजी मार ली। तो आइए आपको बताते हैं इस मुकाबले का पूरा हाल और निकोलस पूरन की बेहतरीन पारी के बारे में।
दरअसल कल इस फाइनल मुकाबले में एम.आई के कप्तान निकोलस पूरन ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जिसके बाद सिएटल ऑर्कास ने पूरे 20 ओवर खेलकर अपने 9 विकेट पर 183 रन बनाए, जिसमें क्विंटन डिकॉक ने 52 गेंदों पर 87 रन की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 9 चौके और 4 छक्के लगाए। डिकॉक के अलावा और कोई भी बल्लेबाज ने ज्यादा बड़ी पारी नहीं खेली, हालांकि एक फाइटिंग टोटल ऑर्कास ने खड़ा कर दिया था। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो ट्रेंट बोल्ट ने अपने 4 ओवर में 34 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। वहीं राशीद खान ने भी अपने जाल में 3 खिलाड़ियों को फंसाया था।
वैसे तो 184 रन का लक्ष्य किसी भी टीम के लिए टी20 फॉर्मेट में आसान नहीं होता, मगर एम.आई के कप्तान निकोलस पूरन ने अपने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया, जिसके सामने एक बड़ा सा लक्ष्य काफी छोटा पड़ गया।ओपनिंग खराब होने के बाद पूरन तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और 55 गेंदों पर 137 रन की आतिशी पारी खेली, जिसमें उन्होंने 10 चौके और 13 छक्के भी लगाए। उसकी इस शानदार पारी के दम पर एम.आई 184 के लक्ष्य को मात्र 16 ओवर में हासिल कर लिया। 250 के स्ट्राइक रेट से रन लगाने के बाद पूरन ने एम.आई को पहली बार में ही चैंपियन बना दिया। इस जीत के बाद सभी खिलाड़ियों ने पूरन को हवा में उछाला और शाबाशी भी दी। पूरन के अलावा डेवॉल्ड ब्रेविस 20 और टिम डेविड नाबाद 10 रन पर नाबाद रहे।
ऐसा लगा था कि मुकबाले के अंत में रोमांच नजर आएगा और ऐसा होगा कि अंतिम गेंद तक मैच जाए और फिर भी लोगों को पता न लगे कि मैच का रुख किस तरफ हैं। मगर ऐसा हुआ नहीं। शून्य पर ही पहला विकेट गिरने के बाद पूरन ने जो 5वें गियर से बल्लेबाजी शुरू की, उससे साफ हो गया कि एम.आई आसानी से चैंपियन बनने वाली है और वैसा ही हुआ। एम.आई न्यूयॉर्क ने इस मुकाबले को 7 विकेट से जीत कर पहली बार में मेजर क्रिकेट लीग की चैंपियन बनी।