Deodhar Trophy फाइनल में Mayank Agarwal की टीम ने जीती ट्रॉफी, Riyan Parag की 95 रन की पारी गयी बेकार - Punjab Kesari
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Deodhar Trophy फाइनल में Mayank Agarwal की टीम ने जीती ट्रॉफी, Riyan Parag की 95 रन की पारी गयी बेकार

टॉस जीतकर साउथ जोन के कप्तान मयंक अग्रवाल ने पहले बैटिंग का फैसला किया और इस फैसले को

3 अगस्त को देवधर ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला साउथ जोन और ईस्ट जोन के बीच खेला गया। दोनों टीमों ने लीग मैच में शानदार प्रदर्शन किया था। फाइनल मुकाबले में रोहन कुन्नूमल के शानदार शतक और कप्तान मयंक के अर्धशतक की मदद से 50 ओवर में 328 रन बनाए। जिसके जवाब में ईस्ट जोन की टीम 283 रन ही बना पाई। ईस्ट जोन की तरफ से रियान पराग ने एक बार फिर से शानदार 95 रन की पारी खेली लेकिन वो अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।

रोहन-मयंक ने दिलाई शानदार शुरुआत 
टॉस जीतकर साउथ जोन के कप्तान मयंक अग्रवाल ने पहले बैटिंग का फैसला किया और इस फैसले को सही साबित करते हुए टीम के दोनों ओपनर रोहन और खुद कप्तान ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 181 रन की शानदार साझेदारी हुई। रोहन ने तेज रफ़्तार से रन बनाए और केवल 75 गेंदों पर 107 रन की पारी खेल आउट हुए। रोहन ने पानी पारी के दौरान 11 चौके और 4 छक्के लगाए। वहीं कप्तान मयंक अग्रवाल ने 83 गेंदों पर 63 रन बनाए। दोनों खिलाड़ियों को उत्कर्ष सिंह ने आउट किया इसके बाद मिडिल ऑर्डर में नारायण जगदीसन ने रोहित रायुडू के साथ 44 रन जोड़े और फिर साई किशोर के साथ 28 गेंदों पर 42 रन जोड़ कर टीम के स्कोर को 300 के पार पहुंचाया। जगदीसन ने 54, रोहित ने 26 और साई किशोर ने 24 रन बनाए। इस तरह साउथ जोन ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 328 रन बनाए। ईस्ट जोन की तरफ से रियान पराग, उत्कर्ष सिंह और शाहबाज़ अहमद ने दो-दो विकेट लिए।

खराब शुरुआत के बाद फिर से रियान ने संभाली पारी 
इसके बाद चेस करते हुए ईस्ट जोन की शुरुआत ख़राब रही और 14 रन के अंदर 3 विकेट गंवा दिए। अभिमन्यु ईश्वरन 1, उत्कर्ष सिंह 4 और विराट सिंह 6 रन बनाकर जल्दी आउट हुए। सुदीप कुमार और कप्तान सौरभ तिवारी ने 58 रन जोड़े। सुदीप ने 41 रन बनाए। जबकि सौरभ ने 28 रन बनाए। वाशिंगटन सुंदर ने सुरभ तिवारी को आउट ईस्ट जोन को चौथा झटका दिया। इसके बाद 115 के स्कोर पर सुदीप भी साई किशोर का शिकार हो गए। यहाँ से रियान पराग और कुमार कुशाग्र ने फिर से ईस्ट जोन की पारी को संभाला। दोनों के बीच 105 रन की साझेदारी हुई। रियान ने एक बार फिर अपनी आतिशी बल्लेबाज़ी जारी राखी और केवल 68  गेंदों पर 95 रन की पारी खेली और मैच को रोमांचक बना दिया था। लेकिन अपनी टीम को 220 रन तक पहुंचाने के बाद पराग सूंदर की गेंद पर आउट हो गए और इस सीजन के अपने तीसरे शतक से चूक गए। पराग ने अपनी पारी में में 5 छक्के और 8 चौके लगाए।

21 साल बाद साउथ जोन ने जीता खिताब 
वहीँ कुमार कुशाग्र ने भी 58 गेंदों पर 3 छक्के और 8 चौके की मदद से 68 रन की पारी खेली। 42 वें ओवर में कुशाग्र को सूंदर ने आउट किया और इसके बाद ईस्ट जोन की बची हुई उम्मीद भी खत्म हो गयी।  पूरी टीम 47 ओवर के अंदर 283 रन पर ऑलआउट हो गयी। साउथ जोन की तरफ से सूंदर ने तीन विकेट लिए। इसके साथ ही साउथ जोन ने 21  साल बाद देवधर ट्रॉफी का खिताब अपने किया। साउथ जोन आखिरी बार 2002 में चैंपियन बना था। रोहन कुन्नूमल को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। जबकि रियान  पराग को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज चुना गया। पराग ने इस टूर्नामेंट में 354 रन और 11 विकेट लिए। 

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