आगामी विश्व कप से पहले भारत को दो टीम के साथ पूरे 6 टी 20 मुकाबले खेलने हैं, पहले ऑस्ट्रेलिया से और फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ. भारतीय टीम को इस 6 मुकाबले में ही सारे एक्सपेरिमेंट करने होंगे क्योंकि विश्व कप में इसका कोई विकल्प नहीं होगा. वहीं भारतीय टीम को मुकाबले भी जीतने होंगे ताकि विश्व कप की ट्रॉफी अपने हाथ में हो.
तो भारत अपने हर कमियों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहेगा हर परिस्थिति में. वही जो क्रिकेट फैंस को सबसे ज्यादा भारत की कमी दिख रही है वो है भारतीय टीम की ओपनिंग, उसमें भी खास कर केएल राहुल की धीमी शुरुआत. हालांकि कल भारत के उप कप्तान खुद केएल राहुल मीडिया के सामने पेश हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए, तब उन्होंने सबके सामने यह कहा कि उनकी वो कमी है और अब वो सब महसूस कर रहे हैं. उनके स्ट्राइक रेट के ऊपर जब यह सवाल किया गया तब उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि स्ट्राइक रेट पर मैं काम कर रहा हूं. जाहिर है, पिछले 10-12 महीनों में प्रत्येक खिलाड़ी के लिए जो नियम परिभाषित किए गए हैं, आप बहुत स्पष्ट रूप से जानते हैं और हर खिलाड़ी समझता है कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और हर कोई इसके लिए काम कर रहा है.
हालांकि ये हम और आप भी जानते है कि चोट से उभरने के बाद हर खिलाड़ी का आत्म विश्वास कम हो जाता हैं. वहीं जब आत्मविश्वास को लेकर उनसे पूछा गया कि तब उन्होंने कहा कि मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं. जाहिर है इसमें कुछ समय लगा क्योंकि मैं चोट के बाद वापस आया हूं. मैदान पर समय बिताना मेरे लिए जरूरी था. इसलिए एशिया कप में खेलना और जिम्बाब्वे जाना वास्तव में महत्वपूर्ण था. अब मैं ठीक हूं. ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ चुनौती के लिए तैयार हूं. घर पर वापस खेलना मजेदार होगा. मैं अपना बेस्ट देने के लिए उत्सुक हूं.
राहुल से पहले रोहित ने भी अपनी बातों से साफ कर दिया है कि राहुल ही टीम के तरफ से ओपन करेंगे और विराट सिर्फ एक विकल्प हैं. दोनों के इन बातों से साफ हो गया है कि भारत की यहां से अग्नि परीक्षा शुरू हो गई है. और विश्व कप से पहले भारत के होने वाले 6 टी20 मुकाबले में उनका प्रदर्शन ये संकेत दे देगा कि टीम कहां तक पहुंचेगी और विश्व कप जीत पाएगी या नहीं