मैच फिक्सिंग का काला साया क्रिकेट में बरसों से चला आ रहा है। काफी समय से क्रिकेट में मैच फिक्सिंग ये काला खेल चल रहा है। मैच फिक्सिंग की बात छिपाने पर बांग्लादेश क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को आईसीसी ने दो साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट से बैन कर दिया है।
हालांकि फिक्संग को लेकर कर्नाटक प्रीमियर लीग में भी कई तरह के खुलासे हो गए हैं। क्रिकेटरों और बुकी के बीच में रिश्तों की बात मैच फिक्सिंग को लेकर आ रही हैं। लाइव मैच में बुकी को कैसे क्रिकेटर सिग्नल देते हैं अब यह बात सामने आ रही है।
साल 2018 के कर्नाटक प्रीमियर लीग में बेंगलुरु ब्लास्टर्स टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज एम. विश्वनाथन को फिक्सिंग के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को जांच के दौरान विश्वनाथन ने बताया कि हुबली टाइगर्स के खिलाफ मैच में उन्होंने 10 रन से भी कम 20 गेंदों में बनाए थे।
बता दें कि विश्वनाथन ने महज 9 रन इस मैच में 17 गेंदों में बनाए थे। बता दें कि बेंगलुरु ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद के साथ पिछले हफ्ते 39 साल के विश्वनाथन को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 31 अगस्त 2018 को मैसूर में हुबली टाइगर्स के खिलाफ मैच में धीरे बल्लेबाजी करने के लिए उन पर 5 लाख रूपए लेने का आरोप है।
कर्नाटक प्रीमियर लीग 2018 के 18वें मैच में विश्वनाथन और प्रसाद स्पॉट फिक्सिंग में शामिल हुए थे और इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ के बुकी मनोज कुमार उर्फ मोंटी के साथ मिलकर फिक्सिंग की थी। शिमोगा लायंस के निशांत सिंह शेखावत ने ही प्रसाद से मनोज कुमार से मिल वाया था जिस बात का पुलिस को जांच में पता चला। इस मामले में पुलिस ने बताया कि स्पॉट फिक्सिंग 31 अगस्त वाले मैच में एक हफ्ते पहले ही तय हो गई थी। एक होटल में मनोज कुमार के साथ प्रसाद ने मुलाकात की थी और ये सब तय कर लिया था।
फिक्सिंग में शामिल होने की पुष्टि बल्ला बदलकर या बाजू मोड़कर की
प्रसाद ने विश्वनाथन को स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के लिए मैच से एक दिन पहले अभ्यास सत्र के समय किया था। साथ ही उन्होंने उसे सिग्नल मैच के दौरान कैसे देना है इसके बारे में भी बताया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स और हुबली टाइगर्स के बीच 31 अगस्त को खेले गए मैच में 118 रनों का लक्ष्य हुबली टाइगर्स ने दिया।
एक आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर विश्वनाथन को जाना जाता है। इस मैच में महज 9 रन विश्वनाथ ने 17 गेंदों में बनाए। बता दें कि विश्वनाथन ने इस मैच के दौरान अपना बल्ला आठ गेंदे खेलने के बाद में बदला उसके बाद तीसरे ओवर होते ही उन्होंने अपनी बाजू मोड़ी थी। स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की पुष्टि विश्वनाथन के ये दोनों इशारे किए थे।
वीनू प्रसाद के बाकी बुकियों के साथ भी संपर्क थे
पुलिस ने अपनी जांच में बताया कि कई बुकी के संपर्क में गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद थे और फिक्सिंग में बाकी खिलाड़ियों को शामिल कराता था। प्रसाद के साथ मनोज कुमार के अलावा बुकी वेंकी और खान भी संपर्क में थे। धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का केस विश्वनाथन और प्रसाद पर दर्ज कर दिया गया।
बिजनेसमैन और केपीएल टीम बल्लारी टस्कर्स के मालिक अरविंद वेंकेटेश से भी पुलिस ने पिछले दिनों पूछताछ की है। केपीएल के इस सीजन में टस्कर्स के तेज गेंदबाज भावेश गुलेचा ने पुलिस को बताया था कि बाफना के जरिए बुकीज उन तक भी पहुंचे थे। इस तेज गेंदबाज को हर ओवर में दस रन से अधिक देने के लिए कहा गया था। ऐसा भी माना जा रहा है कि केपीएल के कुछ और खिलाडि़यों का भी नाम सामने आ सकता है।