सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की गिनती देश के सबसे बड़े घरेलू T20 टूर्नामेंट में होती है। इसमें अच्छा खेल दिखाने वाले खिलाड़ियों पर IPL फ्रेंचाइजीज की नजर होती है। हाल ही में समाप्त हुए इस टूर्नामेंट में बिहार के आशुतोष अमन ने सबसे ज्यादा 16 विकेट लिए। इससे उत्साहित होकर आशुतोष ने 18 फरवरी को होने वाली IPL नीलामी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन, बोर्ड ने जिन 292 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है उसमें आशुतोष का नाम नहीं है।
लिस्ट जारी होते ही बोर्ड और IPL गवर्निंग काउंसिल पर भेदभाव के आरोप लगने लगे हैं। आरोप है कि बोर्ड घरेलू क्रिकेट में परफॉरमेंस और मेरिट को नजरअंदाज कर रहा है। खुद आशुतोष भी काफी निराश हैं।आशुतोष ने कहा, ‘मैं 34 साल का हूं, लेकिन फिट हूं। घरेलू टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर रहा हूं। टीम इंडिया में भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो 30 साल से ऊपर हैं और बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऑक्शन की लिस्ट में भी कई खिलाड़ी 35 साल से ऊपर के हैं। मेरा मानना है कि खिलाड़ी किसी भी उम्र का हो अगर वह फिट है और बेहतर प्रदर्शन कर रहा है तो उसे मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि मैं यह नहीं बता सकता कि किन वजहों से ऑक्शन लिस्ट में मेरा नाम शामिल नहीं किया गया है।’
अमन ने कहा, ‘मैं मुश्ताक अली ट्रॉफी में 16 विकेट लेकर टॉप विकेट टेकर हूं। उसके बाद भी मेरा नाम लिस्ट में नहीं है। मुझे कोई यह बताए कि लिस्ट में शामिल होने के लिए मुझे कैसा प्रदर्शन करना होगा। 2018-19 में मैने रणजी में एक सीजन में 64 विकेट लिए, तब भी मेरा नाम ऑक्शन लिस्ट में शामिल नहीं था, तब मुझे लगा कि IPLकी नीलामी में शामिल होने के लिए T-20 में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। हालांकि तब भी मेरा T-20 में बेहतर प्रदर्शन था। मैंने इस साल अपना फोकस T-20 पर किया। लेकिन ऑक्शन लिस्ट में नाम नहीं शामिल होने से मैं निराश हूं।’आशुतोष अमन ने 2018-19 में रणजी में सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने का बिशन सिंह बेदी का 44 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था। तब उन्होंने 68 विकेट लिए। जबकि बेदी ने 1974/75 के सत्र में 64 विकेट लिए थे।