पिछले कुछ दिनों से हांगकांग में विमेंस इमर्जिंग एशिया कप खेला जा रहा था। जहाँ भारतीय महिला ए टीम ने फाइनल में बांग्लादेश ए को 31 रन से हराकर इस टूर्नामेंट की ट्रॉफी अपने नाम की। भारतीय टीम की इस जीत में एक बार फिर WPL में आरसीबी की तरफ से खेलने वाली श्रेयंका पाटिल ने अहम भूमिका निभाई और टीम को जीत दिलाई।
फाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय टीम की कप्तान श्वेता सहरावत ने पहले बैटिंग का फैसला किया। हालाँकि भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी कुछ ख़ास नहीं रही और टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 127 रन बनाए। भारत की तरफ से दिनेश वृंदा ने सबसे ज्यादा 36 रन बनाए। वहीँ अंत में कनिका आहूजा ने नाबाद 30 रन की पारी खेल कर टीम के स्कोर को 127 तक पहुंचाया। इनके अलावा ओपनर उमा छेत्री ने 22 रन और श्वेता ने 13 रन का योगदान दिया।
इसके बाद इस छोटे से लक्ष्य का बचाव करते हुए भारतीय टीम ने बांग्लादेश की टीम पर शुरुआत से ही दबाव बना कर रखा कोई भी बड़ी साझेदारी नहीं होने दी। भारत की तरफ से मन्नत कश्यप ने दोनों सलामी बल्लेबाज़ को पवेलियन भेजा। इसके बाद श्रेयांका पाटिल की फिरकी का जादू देखने को मिला और उन्होंने बांग्लादेश टीम की कप्तान लता मंडल को आउट कर तीसरा झटका दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाज़ो ने एक एक कर बंगलदेश की बल्लेबाज़ों का विकेट लेते गए और मात्र 96 रन पर पूरी टीम को 19. 2 ओवर में ऑल आउट कर दिया। श्रेयंका पाटिल ने केवल 13 रन देकर चार विकेट लिए। वहीँ कनिका आहूजा, जिन्होंने बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद गेंद से भी दो विकेट हासिल किए। जबकि मन्नत कश्यप को तीन विकेट मिले। बांग्लादेश की तरफ से नाहिदा अख्तर ने 17 रन बनाए।
आपको बता दें कि एसीसी विमेंस इमर्जिंग टीम्स कप का यह पहला सीजन था। जिसमे एशिया की छह टीमों ने भाग लिया था। भारतीय महिला ए टीम के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। कनिका आहूजा को उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन के लिए फाइनल में प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। जबकि श्रेयांका पाटिल को प्लेयर ऑफ़ द सीरीज।