कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारत और बांग्लादेश के बीच में पहला डे नाइट टेस्ट मैच गुलाबी गेंद से खेला गया। इस मैच में बांग्लादेश को भारतीय टीम ने तीसरे दिन एक पारी और 46 रनों से हरा दिया। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा , उमेश यादव की शानदार गेंदबाजी के आगे बांग्लोदश के बल्लेबाज कुछ नहीं कर पाए।
क्रिकेट विशेषज्ञों के साथ पिंग बात के बर्ताव को लेकर मैच के दौरान कमेंटेर्स ने भी बहुत बातचीत करी। गुलाबी गेंद के बर्ताव पर टेस्ट मैच के तीसरे दिन कमेंट्री करते समय संजय मांजरेकर और हर्षा भोगले के बीच में बहस हो गई।
सोशल मीडिया पर यूजर्स मांजरेकर के दिए भोगले को जवाबों की कड़ी आलोचना हो रही है। यूजर्स कमेंट करते हुए कह रहे हैं कि अपने बयानों से मांजरेकर ने साथी को नीचा दिखाया और उनके क्रिकेट न खेलने पर भी मजाक उड़ाया। मांजरेकर पहले से ही सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर हैं।
कई बार गेंद बांग्लादेशी बल्लेबाजों के हेलमेट पर लगी
पिंक बॉल के साथ डे नाइट टेस्ट मैच भारत और बांग्लादेश दोनों ने पहली बार खेला है। बता दें कि बांग्लादेश के खिलाफ डे नाइट मैच में भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन में ऐसे 5 खिलाड़ी थे जो गुलाबी गेंद से पहलेे नहीं खेले थे बाकी खिलाड़ियों को पिंक बॉल का अनुभव था। जबकि बांग्लादेश के खिलाड़ी गुलाबी गेंद से पहली बार क्रिकेट खेल रहे थे।
गुलाबी गेंद का सामना करने में बांग्लादेश टीम के खिलाड़ियों को मैच के दौरान बहुत परेशानी भी हुई। मैच के पहले ही दिन बांग्लादेश के खिलाड़ियों के सिर पर गेंद लग गई थी जिसके बाद उन्हें दो कन्कशन सब्सदीट्यूट लेने पड़ गए थे। मैच की दूसरी पारी के दौरान बांग्लादेश के कुछ बल्लेबाजों के सिपर पर गेंद लग रही थी।
दो बल्लेबाज गेंद हेलमेट पर लगने के बाद रिटायर हर्ट हो गए
गुलाबी गेंद का सामना करने में बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को परेशानी हुई थी। मैच से पहले यह पता चला था कि गेंद उन्हें सही तरीके से नहीं दिखाई दे रही थी। मोहम्मद शमी की गेंद मैच के दौरान बांग्लादेश के बल्लेबाजों को लगी थी जिसमें वह रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। ऐसा कुछ नईम हसन के साथ भी हुआ। गेंद लगी थी मोहम्मद मिथुन और इबादत हुसैन के हेलमेट पर।
मांजरेकर का रुखा बयान आया हर्षा भोगले के सवाल उठाने पर
हर्षा भोगले ने कमेंट्री के दौरान इसी के बारे में बात करते हुए बल्लेेबाजों पर चिंता दिखाई थी। हर्षा भोगले ने कहा कि गुलाबी गेंद दिखने को लेकर खिलाड़ियों से बात करनी चाहिए। ख्याल रखना चाहिए उनकी सुरक्षा का भी। भोगले ने कमेंट्री में कहा, मैच का ठीक से पोस्टमार्टम जरूरी है और खिलाड़ियों से बात करनी चाहिए। लेकिन संजय मांजरेकर उनके साथ कमेंट्री कर रहे थे जो सहमत नहीं दिखाई दिए।
Harsha bhogle and Sanjay manjrekar having a difference of opinion on live tv pic.twitter.com/0TTSLQDCvO
— Vijay (@flighted_leggie) November 24, 2019
संजय मांजरेकर ने हर्षा से बहुत रूखेपन से बात की। संजय के इस जवाब पर कई लोगों ने कड़ी निंद की। हर्षा को अपने क्रिकेट खेलने के अनुभव को गिनोत हुए संजय ने कहा कि केवल आपको ही जानने की जरूरत है। उनके पास तो क्रिकेट खेलने का अनुभव है।
हर्षा भोगले और संजय मांजरेकर के बीच में ऐसे हुई बात
हर्षा ने कहा कि, जब मैच का पोस्टमार्टम होगा तब गेंद की दृश्यता एक चीज होगी जिसके बारे में ध्यान देना होगा। इस पर मांजरेकर ने जवाब दिया कि, मुझे ऐसा नहीं लगता, गेंद का दिखना कोई मसला नहीं है। हर्षा ने आगे कहा, खिलाड़ियों से पूछना होगा कि वे क्या सोचते हैं।
मांजरेकर ने आगे कहा कि, तुम्हे पूछना होगा, हमें नहीं जिन्होंने क्रिकेट खेला है। यह साफ है कि सही में दिखाई दे रहा है। हर्षा ने कहा कि, क्रिकेट खेलने के आधार पर सवाल पूछने की वजह कुछ सीखने से नहीं रोक सकती। ऐसा होता तो टी20 क्रिकेट हो ही नहीं पाता। मांजरेकर ने कहा, बात मानता हूं लेकिन सहमत नहीं हूं।