शिखर धवन जो खिलाड़ी हर बड़े टूर्नामेंट में भारतीय टीम के लिए अपने बेस्ट देता था, आज ऐसा समय है कि उसे भारत की बी टीम में भी नहीं चुना जा रहा है। हाल ही में एशियन गेम्स के लिए भारतीय टीम का ऐलान हुआ। जिसमें भारत के अनुभवी बल्लेबाज़ को जगह नहीं दी गई। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने भारत के लिए खेले हर आईसीसी टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चैंपियंस ट्रॉफी 2013-2017 और 2015 वर्ल्ड कप में वो टॉप स्कोरर रहे हैं, इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप में भी धवन ने केवल दो मुकाबले खेले जिसमें उन्होंने 125 रन बनाए। जिसमें से 117 रन की पारी उनकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंगूठे में चोट लगने के बाद आई थी।
लेकिन अब एक समय है कि धवन को भारत की किसी भी टीम में जगह नहीं मिल रही है। इस साल भी वर्ल्ड कप खेला जाना है और धवन ने कुछ महीनों पहले एक इंटरव्यू में कहा था उनका फोकस अक्टूबर में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए है और इसके लिए वो जमकर मेहनत कर रहा है। लेकिन भारतीय सिलेक्टर्स के द्वारा जैसे धवन को अनदेखा किया जा रहा है उसे लगता नहीं है कि वो फिर दोबारा भारत के लिए खेलते हुए दिखेंगे। शिखर धवन के आंकड़ों की बात की जाए तो भारतीय में इस समय मौजूद कई खिलाड़ियों से बेहतर हैं।
धवन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ खेला था, जिसमें उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा था और तीन मैच की सीरीज में उनके बल्ले से सिर्फ 18 रन आए थे। जिसके बाद से उन्हें भारत की वनडे टीम से भी बाहर कर दिया गया। टी20 और टेस्ट से तो पहले से ही बाहर थे। 2022 तक जब टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा रेस्ट पर होते थे तो वहां शिखर धवन को एक कप्तान के तौर पर टीम में शामिल किया जा रहा था। धवन ने ज़िम्बाब्वे और वेस्ट इंडीज के खिलाफ वनडे में भारतीय टीम की कमान भी संभाली। 2022 में धवन ने 22 वनडे मुकाबले खेले और 34 की एवरेज से 688 रन बनाए। उनका हाईएस्ट स्कोर 97 रन रहा। वहीं ओवरऑल प्रदर्शन की बात करें तो धवन ने वनडे में 167 मुकाबले खेले है जिसमें 44 की औसत से 6793 रन बनाए हैं।
धवन के आंकड़ें कई खिलाड़ियों से बेहतर हैं, ऐसे में सवाल यह है कि धवन को खुद को साबित करने का मौका क्यों नहीं दिया जा रहा है। जबकि दूसरे खिलाड़ियों को लगातार मौके दिए जा रहे है। युवा खिलाड़ियों को मौका देना बिलकुल सही है लेकिन किसी अनुभवी खिलाड़ी को ऐसे अनदेखा करना भी सही नहीं है। अगर धवन को उनकी बढ़ती उम्र की वजह से टीम में नहीं लिया जा रहा है यो यह भी गलत है क्यूंकि उनकी फिटनेस अभी काफी अच्छी है और उनके पुरे करियर में फील्डिंग या फिटनेस को लेकर सवाल नहीं उठे हैं। खैर अब धवन एशियन गेम्स के लिए भी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है और अब देखना होगा की क्या वर्ल्ड कप में उन्हें जगह मिलती है या नहीं।