क्रिकेट में कई ऐसे नियम है, जिसकी वजह से फील्ड पर खिलाड़ियों के बीच में कन्फ्यूजन हो जाया करता था और प्लेयर्स आपस में भिड़ जाया करते थे. इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए आईसीसी ने अब कुछ नियम में बदलाव और परिवर्तन किए हैं, जिसके बाद से काफी हद तक बहुत सारे मसले को दूर किया जा सकेगा. इसमें पहला नियम तो यह है कि अब गेंद को चमकाने के लिए जो खिलाड़ियों द्वारा सलाइवा बॉल पर लगाया जाता था, उसे पूरी तरीके से बैन कर दिया गया है.
हालांकि इस नियम को कोरोना काल से ही क्रिकेट में लाया गया था, मगर अब पूरे तरीके से बैन कर दिया गया है. दरअसल गेंद पर सलाइवा ना लगाने पर भी गेंद स्विंग करती थी, जिसकी वजह से आईसीसी ने यह फैसला लिया है. वहीं इसके अलावा जो बदलाव है, वो ये है कि अगर कोई बैट्समैन कैच आउट होता है तब जो नया बल्लेबाज बैटिंग करने मैदान पर आएगा वो ही स्ट्राइक लेगा, ना कि दूसरे छोड़ पर खड़ा हुआ बल्लेबाज. दरअसल हमने देखा है कि जब कोई बैट्समैन कैच आउट होता है और तब तक में नॉन-स्ट्राइकर एंड का बल्लेबाज आधी क्रीज क्रॉस कर चुका हो,तब वो स्ट्राइक ले सकता था, पर अब इस नियम को हटा दिया गया है और नए नियम के तहत क्रीज पर आने वाला नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा.
इसके बाद नए नियम के अनुसार अगर कोई बल्लेबाज आउट होता है तो 2 मिनट के अंदर नए बल्लेबाज को स्ट्राइक ले लेना होगा, वर्णा दंडित किया जा सकता है, और ये नियम टेस्ट और वनडे क्रिकेट फॉर्मेट में हैं. वहीं टी20 फॉर्मेट में मात्र 90 सेकेंड यानि की ढेर मिनट में फील्ड पर आकर स्ट्राइक लेना होगा. चौथा जो नियम बनाया गया है, वो माकड़ को लेकर है. अब आप सब ये तो जानते ही होंगे की ये माकड़ है क्या. खैर अगर आप सब नहीं जानते हैं तो मैं आपको बता दूं कि ये माकड़ आखिर है क्या. इसमे ऐसा होता है कि अगर कोई गेंदबाज बॉल फेंकने वाला है,मगर उसके हाथ में गेंद रहते ही नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और गेंदबाज का ध्यान उधर चला गया और वो गेंद फेंकने के बजाय बॉल से स्टंप उड़ा दे, तो उसे माकड़ कहा जाता है, ऐसी परिस्थिति में बल्लेबाज को रन-आउट नहीं दिया जाता था. पर अब इस माकड़ को खत्म कर दिया है और नए नियम के तहत इसे रन-आउट दिया जाएगा.
वहीं इसके अलावा ये वनडे क्रिकेट में टी20 फॉर्मेट वाले एक नियम को भी जोड़ा गया है. दरअसल हमें पता है कि टी20 क्रिकेट में अगर सेट किए गए टाइम में कोई गेंदबाजी टीम अपने 20 ओवर पूरे नहीं कर पाती है तो फिर बचे हुए कितने ओवर है, उसमें एक एक्स्ट्रा खिलाड़ी को 30-यार्ड सर्कल के अंदर कर दिया जाता था, जिससे बल्लेबाजों को पायदा होता था, तो अब इस नियम को वनडे फॉर्मेट में भी कर दिया गया है.
इसके बाद नए नियम के अनुसार कोई गेंदबाज बॉल फेंकने के लिए रनअप ले रहा हो और उसी वक्त कोई फिल्डर अगर अनफेयर या फिर अनुचित गतिविधि कर रहा हो, तो इसपर गेंदबाजी टीम को पेनल्टी भरनी पड़ेगी. तब बल्लेबाजी टीम को 5 रन का फायदा होगा. तो ये सारे नियम को 1 अक्टूबर से लागू कर दिया जाएगा. इसका मतलब यह है कि आगामी विश्व कप भी इन नए नियम के अंडर ही खेला जाएगा.