भारतीय टीम में कप्तान रोहित शर्मा वापस आ चुके है. काफी मुश्किल होगा रोहित के लिए क्योंकि वो कुछ दिन पहले ही कोरोना की चपेट में आ गए थे और 2-3 पहले ही वो उनकी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इस वजह से रोहित टेस्ट टीम का भी हिस्सा नहीं रहे थे और भारत के टेस्ट हारने का एक यह भी कारण था कि टीम में रोहित नहीं थे.लेकिन कल से तीन मैचों का टी20 सीरीज शुरू होने वाला है और हम जैसा कि जानते है कि टीम में कप्तान का किरदार काफी अहम होता है तो ऐसे में रोहित का टीम में वापस आना भारतीय खेमे को और मजबूत करेगा.
रोहित बतौर कप्तान भारतीय टीम के लिए काफी लकी साबित हुए हैं. रोहित के कप्तानी में भारतीय टीम 28 मैच खेली है, जिसमें से 24 मैच भारत के पक्ष में आया है. इसी साल भारत ने रोहित के कप्तानी में वेस्टइंडीज और श्रीलंका को टी20 में 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया था. इसके अलावा वनडे में भी उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है. उन्होंने 13 मैचों में कप्तानी करते हुए 11 में भारत को जीत दिलाई है.
रोहित शर्मा बतौर कप्तान के साथ-साथ एक अच्छे बल्लेबाज भी है. उन्होंने बतौर कप्तान 7 अर्धशतक और 2 शतक भी अपनी टीम के लिए लगा चुके हैं. उनकी कप्तानी में भारत एकमात्र सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 में हारी थी पर रोहित जब से भारत के पूर्णरुपी कप्तान बने है, तब से उनके नेतृत्व में भारत एक भी मैच नहीं हारा है.
रोहित एक बेहतरीन कप्तान भारत के लिए साबित हो सकते है, इस बात का ख्याल तब चयन समिति को आया जब उन्होंने अपनी कप्तानी में आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस को 5 बार चैंपियन बनाया. उनकी कप्तानी में मुंबई 129 मैच खेली है और 75 में जीत हासिल कर चुकी है. हालांकि आईपीएल में सबसे सफल के रूप में महेंद्र सिंह धोनी का नाम लिया जाता है.
तो रोहित के इस शानदार रिकॉर्ड को देखकर साफ लगता है कि उनके आने से टीम का माहौल बदलेगा और भारत एक मजबूत टीम बनकर इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी.