भारतीय महिला टीम इस समय बांग्लादेश दौरे पर हैं जहाँ दोनों टीमों के तीन टी20 और तीन वनडे मैच की सीरीज खेली जाएगी। टी 20 सीरीज की शुरुआत हो चुकी है। जिसका पहला मुकाबला रविवार को ढाका में खेला गया। जहाँ पर भारतीय टीम पर 7 विकेट से शानदार जीत हासिल की और सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस मैच में टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार अर्धशतक लगाया और टीम को जीत दिलाई। साथ ही उन्होंने टी20 क्रिकेट में एक खास रिकॉर्ड बना लिया है। जिसमें उन्होंने मेंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है।
हरमनप्रीत कौर टी20 क्रिकेट में दुनिया की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। जो बल्ले के साथ साथ गेंद से भी कमाल करती रहती है। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 मैच में 114 रन का पीछा करते हुए दो विकेट जल्दी गिर जाने के बाद हरमनप्रीत ने भारतीय टीम की पारी को स्मृति मंधाना के साथ संभाला और 35 गेंदों पर 54 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। कौर ने अपनी पारी के दौरान 6 चौके और 2 छक्के लगाए। साथ ही स्मृति के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 70 रन और चौथे विकेट के लिए यास्तिका भाटिया के साथ 27 रन की साझेदारी की और टीम को जीत दिलाई।
कौर की शानदार पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया और इसी के साथ उन्होंने एक ख़ास उपलब्धि हासिल कर ली। कप्तान के रूप में इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट मन छठी बार प्लेयर ऑफ़ द मैच अवार्ड जीता है। जो की किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा सबसे ज्यादा है। इस मैच से पहले हरमनप्रीत और रोहित शर्मा के नाम बतौर कप्तान पांच- पांच प्लेयर ऑफ़ द मैच के अवार्ड थे लेकिन अब हरमनप्रीत ने बांग्लादेश के खिलाफ एक और अवार्ड जीतकर रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है। वहीँ इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर विराट कोहली हैं जिन्होंने 3 बार बतौर कप्तान प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवार्ड जीता है।
अगर मैच की बात करें तो बांग्लादेश महिला टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर सिर्फ में 5 विकेट खोकर 114 रन बनाए। शोर्ना एक्टर 28 रन बनाए। भारत की तरफ से पूजा वस्त्राकर ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए 4 ओवर में 16 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। मिन्नू मणि और शैफाली वर्मा ने भी एक एक विकेट हासिल किया। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए शैफाली वर्मा बिना खाता खोले पवेलियन की तरफ चलती बनी। इसके बाद जेमिमा रोड्रिग्स भी केवल 11 रन बनाकर आउट हो गई। इसके बाद स्मृति मंधाना ने 38 रन बनाकर सुल्ताना खातून का शिकार हुई। जबकि हरमनप्रीत अंत तक टिकी रहीं और 22 गेंद रहते टीम को जीत दिलाई।