आईपीएल में लाजवाब प्रदर्शन की वजह से भारतीय टीम में जगह मिलने के बाद उमरान मलिक भले ही फिलहाल टीम से बाहर चल रहे हो पर उन्होंने दुनिया भर के कई बड़े खिलाड़ियों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया हैं. उन्होंने बीते आईपीएल सीजन-15 में 14 मैच खेलकर 22 विकेट हासिल किए थे और भारतीय मूल के वो गेंदबाज बन गए, जिन्होंने आईपीएल इतिहास में सबसे तेज 156 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंका था.
उनके तूफानी रफ्तार की वजह से भारतीय टीम में जगह मिली पर वो कुछ खास नहीं कर पाए. उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ भारत के लिए अपना डेब्यू मैच खेला पर वहां वो फ्लॉप साबित हुए. इसके बाद आलोचना होने लगे की उनके पास गेंदबाजी में पेस तो है पर लय नहीं. कुछ का मानना था कि वो अभी अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है. उन्हें फिर ज्यादा मौका नहीं दिया गया और टीम से बाहर कर दिया गया.
हालांकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सुपरस्टार गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा का मानना है कि “किसी गेंदबाज की स्पीड उसकी क्षमता को दिखाता है. आप किसी को 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करना नहीं सिखा सकते. स्वाभाविक रूप से सक्षम खिलाड़ी ही ऐसा कर सकता है. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात से शिकायत है कि गेंदबाजी में नियंत्रण पाने के लिए गति को धीमा किया जाए.
इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं गेंदबाज को नियंत्रण के लिए कड़ी मेहनत, नेट्स पर अधिक समय और प्रयास करके अच्छी गति से गेंदबाजी करते हुए देखना पसंद करता हूं. क्योंकि 150 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी बहुत कम होते हैं. मैंने उमरान मलिक को अधिक गेंदबाजी करते हुए नहीं देखा है, लेकिन वह अच्छी गति से प्रभावशाली गेंदबाजी करने में सक्षम है.
इसके बाद उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात की और कहा कि आप तेज गेंदबाजों की तलाश कर रहे हैं. आप किसी को एक यार्ड या कुछ तेज गति के बारे में बता सकते हैं. लेकिन आप 130 किमी प्रति घंटे के तेज गेंदबाज को 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से नहीं बदल सकते.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मैक्ग्रा अभी एमआरएफ पेस फाउंडेशन के डायरेक्टर हैं.