इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच की टेस्ट सीरीज का कल तीसरा मुकाबला समाप्त हुआ। जहाँ मेजबान टीम ने सीरीज में वापसी करते हुए पहली जीत हासिल की। लीड्स के मैदान पर खेला गया यह मैच काफी रोमांचक रहा। पिच पर हरी घास होने के कारण तेज़ गेंदबाज़ो का बोलबाला रहा और दोनों टीम के गेंदबाज़ो ने शानदार गेंदबाज़ी की लेकिन अंत में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने बाज़ी मारी और 251 रन का लक्ष्य तीन विकेट रहते हासिल कर यह मुकाबला अपने नाम किया और सीरीज को अब 1-2 पर ला कर खड़ी कर दी है। इसी के साथ कप्तान बेन स्टोक्स ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। जिसमें उन्होंने भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को पीछे छोड़ा है।
लीड्स के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड की जीत में हैरी ब्रूक, मार्क वुड और क्रिस वोक्स ने अहम भूमिका निभाई। हैरी ब्रूक ने 251 रन का पीछा करते हुए 75 रन की पारी खेली, वहीँ मार्क वुड ने गेंद के साथ पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में दो और बल्ले से पहली पारी में 8 गेंदों पर 24 जबकि दूसरी पारी में 8 गेंदों पर 16 रन का अहम योगदान दिया। जबकि क्रिस वोक्स ने दोनों पारियों में तीन विकेट निकाल और बल्ले से साथ दूसरी पारी में नाबाद 32 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। वहीँ कप्तान बेन स्टोक्स ने भी पहली पारी में 80 रन की शानदार पारी खेली थी और एक कप्तान एक रूप में बेन स्टोक्स ने टेस्ट क्रिकेट में खास उपलब्धि हासिल की। स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम ने सबसे ज्यादा 5 बार 250 से ऊपर का लक्ष्य हासिल किया है जो एक रिकॉर्ड है इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के एमएस धोनी के नाम था। जिनकी कप्तानी में भारत ने 4 बार 250 से ऊपर का टारगेट चेस किया है। वहीँ इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग है जिन्होंने तीन- तीन बार यह कारनामा किया है।
वहीँ हेडिंग्ले यानी लीड्स के मैदान पर यह छठी बार 250 से ऊपर का टारगेट चेस हुआ है। जो कि किसी एक वेन्यू पर 250 से ऊपर का टारगेट चेस होने के मामले में दूसरे नंबर पर है। इस मामले में ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड सबसे ऊपर है, जहाँ सबसे ज्यादा 7 बार 250 से ऊपर का लक्ष्य हासिल किया गया है। इसी के साथ इंग्लैंड की सीरीज में वापसी हो गयी है और अभी दो मुकाबले बचे हुए हैं और इंग्लैंड को अगर यह सीरीज अपने नाम करनी है तो बचे हुए दोनों मैच में उसे जीत हासिल करनी होगी। जबकि ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ एक मैच जीतना है हालाँकि यह इतना आसान नहीं होने वाला है पैट कमिंस की टीम के लिए। अब देखना होगा कि बचे हुए दो मुकाबलों में बेन स्टोक्स की टीम ऑस्ट्रेलिया को मात दे पाती है या नहीं।