भारतीय फैंस का सबसे बड़ा खौफ ट्रैविस हेड ये खिलाड़ी जब स्ट्रगल कर रहे थे उन्होंने तबके दिनों के बारें में बताया,सेल्फ डाउट से परेशान और 2020 में भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर होने के बाद फिर से उभरने के पीछे की अपनी मानसिकता का खुलासा किया। हेड अभी चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दो शतक लगा चुके हैं जैसा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत महत्वपूर्ण चौथे टेस्ट के लिए तैयार हैं, सीरीज 1-1 से बराबर है, हेड ऑस्ट्रेलिया के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में से एक के रूप में खड़े हैं – और ये वो ट्राविस हेड हैं जो एक वक़्त अपने फ्यूचर को लेकर क्लियर नहीं थे और MCG से बहार चले गए थे।
स्ट्रगल कर रहे हेड की कहानी 2020 की भारत वाली सीरीज बहुत अच्छे से बता सकती है। 38 और 17 के स्कोर पर आउट होने के कारण ऑस्ट्रेलिया आठ विकेट से मैच हार गया था। अगले टेस्ट में डेब्यू करने वाले विल पुकोवस्की के लिए अपनी जगह ट्राविस हेड ने कुर्बान की और टेस्ट क्रिकेट के लिए हेड की उपयुक्तता पर सवाल उठने लगे।
हेड ने कहा “मैंने अपना (राष्ट्रीय) अनुबंध खो दिया और फिर ससेक्स चला गया, और वहां भी मेरा प्रदर्शन खराब रहा।” “में जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा था, उसी तरह से बल्लेबाजी जारी रखने की कोशिश की, लेकिन यह काम नहीं कर रहा था।”
ससेक्स के साथ अपने टाइम पीरियड के अंतिम दिनों में, कैंटरबरी में केंट के खिलाफ खेले गए मैच तक ट्रैविस हेड को निर्णायक क्षण का अनुभव नहीं हुआ था।हेड ने कहा “ससेक्स में अपने आखिरी मैचों में से एक में, मैंने दूसरी पारी में 46 गेंदों पर 49 रन बनाए, और मैंने सोचा, मैं बस ज़ोर लगाता रहूँगा। और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया, तो मैंने सोचा, ‘मैं ऐसा क्यों नहीं करता?’”
ट्राविस हेड ने बताया की “अब मैं यह सोचता हूँ कि आउट होने की चिंता मत करो। अगर तुम रन बना सकते हो, तो बनाओ। और अगर नहीं बना सकते, तो आउट न होने के लिए अच्छी स्थिति में रहो। अब मैं किसी और चीज़ से ज़्यादा रनों के बारे में चिंतित हूँ।”तो जिस ट्रेविस हेड से आज अच्छे खासे गेंदबाजों को खौफ है एक वक़्त वही ट्रेविस हेड को खुद अपने करियर का खौफ था