भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए 10 नए नियम लागू किए हैं। इनका मकसद टीम में अनुशासन बनाए रखना, खिलाड़ियों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और टीम बॉन्डिंग को मजबूत करना है। हालांकि, ये नियम सभी भारतीय क्रिकेटर्स के लिए लागू होंगे, लेकिन खासतौर पर कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह पर इनका सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है।
वो 5 नियम जो रोहित, विराट और बुमराह पर पड़ेंगे भारी
1. घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य
BCCI ने साफ किया है कि जब तक खिलाड़ी चोटिल न हो या चयनकर्ताओं और कोच से पहले से अनुमति न ली हो, तब तक उसे घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य होगा। रोहित ने 2016, विराट ने 2012 और बुमराह ने 2018 में आखिरी बार घरेलू मैच खेला था। इस नए नियम के चलते अब उन्हें रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में खेलना पड़ सकता है।
2. टीम के साथ यात्रा करना अनिवार्य
अब से सभी खिलाड़ियों को टीम के साथ ही यात्रा करनी होगी। कोविड-19 के बाद विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह कई बार टीम से अलग यात्रा करते देखे गए थे, लेकिन अब ऐसा करने के लिए कोच और चयन समिति से अनुमति लेनी होगी। इस नियम का उद्देश्य टीम के भीतर एकता और अनुशासन बनाए रखना है।
3. विदेशी दौरों पर ब्रांड प्रमोशन पर रोक
BCCI ने साफ किया है कि विदेशी दौरे के दौरान कोई भी खिलाड़ी व्यक्तिगत ब्रांड प्रमोशन या विज्ञापनों में हिस्सा नहीं ले सकेगा। इससे उनका पूरा फोकस क्रिकेट और टीम की जिम्मेदारियों पर रहेगा। विराट और रोहित कई बड़े ब्रांड्स से जुड़े हुए हैं, इसलिए यह नियम उनके लिए अहम साबित हो सकता है।
4. फैमिली ट्रेवल पॉलिसी
अब केवल 45 दिनों से अधिक लंबे विदेशी दौरों पर ही खिलाड़ियों के परिवार (पार्टनर और 18 साल से छोटे बच्चे) उनके साथ जा सकेंगे। इसके अलावा, वे अधिकतम 14 दिन ही खिलाड़ियों के साथ रह पाएंगे। अब तक रोहित, विराट और बुमराह अपने परिवार के साथ पूरे दौरे पर रहते आए हैं, लेकिन इस नियम के कारण उन्हें अब नई रणनीति बनानी होगी।
5. पूरी सीरीज खत्म होने तक टीम के साथ रहना जरूरी
अब कोई भी खिलाड़ी सीरीज खत्म होने से पहले टीम छोड़कर घर नहीं जा सकेगा। कई बार देखा गया है कि रोहित और विराट जल्दी खत्म होने वाले घरेलू टेस्ट मैचों के बाद घर लौट जाते थे, लेकिन अब उन्हें पूरे दौरे तक टीम के साथ रहना होगा।
नए नियमों का क्या असर होगा?
इन नियमों से साफ है कि BCCI टीम के अनुशासन और खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर सख्त हो गया है। विराट, रोहित और बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के लिए यह बदलाव चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन टीम को मजबूत करने के लिए इनका पालन करना जरूरी होगा।