भारतीय क्रिकेट टीम अगले महीने इंग्लैंड के दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है, जिसके लिए बीसीसीआई ने हाल ही में 18 सदस्यीय टीम का ऐलान किया। इस टीम में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं क्योंकि रोहित शर्मा, विराट कोहली और आर. अश्विन जैसे दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इनकी गैरमौजूदगी में टीम की जिम्मेदारी युवा खिलाड़ियों को सौंपी गई है। शुभमन गिल को नया टेस्ट कप्तान और ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। टीम में करुण नायर और शार्दुल ठाकुर जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी हुई है और कुछ युवा चेहरों को भी पहली बार टेस्ट टीम में जगह मिली है। लेकिन सबसे चौंकाने वाला फैसला यह रहा कि शानदार फॉर्म में चल रहे श्रेयस अय्यर को इस टेस्ट स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया।
अय्यर की अनदेखी पर फैंस और एक्सपर्ट्स नाराज़
श्रेयस अय्यर ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में 5 मैचों में 68.57 की औसत से 480 रन बनाए, जिसमें दो शानदार शतक भी शामिल थे। खास बात यह रही कि उन्होंने अपनी पुरानी कमजोरी, शॉर्ट बॉल, पर काफी हद तक काबू पा लिया था। आईपीएल और चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्होंने इस तकनीकी खामी को दूर कर अपने खेल में मजबूती दिखाई। इसके बावजूद उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं दी गई, जिससे ना सिर्फ फैंस बल्कि कई पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने भी नाराज़गी जाहिर की। सोशल मीडिया पर भी इस फैसले की खूब आलोचना हो रही है।
गंभीर का दो टूक जवाब: “मैं चयनकर्ता नहीं हूं”
जब टीम के हेड कोच गौतम गंभीर से एक कार्यक्रम के दौरान श्रेयस अय्यर को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बहुत ही संक्षिप्त और स्पष्ट जवाब दिया। गंभीर ने सिर्फ चार शब्दों में कहा – “मैं चयनकर्ता नहीं हूं”। इसके बाद उन्होंने बीसीसीआई द्वारा सशस्त्र बलों के अधिकारियों को आईपीएल फाइनल में आमंत्रित किए जाने की बात करने लगे।
गंभीर का यह जवाब साफ तौर पर यह संकेत देता है कि अय्यर को टीम से बाहर रखने का फैसला सेलेक्टर्स, खासकर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर का था। आमतौर पर टीम चयन में कोच और कप्तान की भी राय ली जाती है, लेकिन गंभीर ने यह कहकर अपनी जिम्मेदारी से दूरी बना ली। टीम की घोषणा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत अगरकर से जब श्रेयस अय्यर को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “श्रेयस ने वनडे और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिलहाल टेस्ट टीम में उनकी जगह नहीं बन पाई। अगरकर का यह बयान बहुत ही सामान्य सा रहा, जिसमें कोई ठोस कारण नहीं बताया गया कि आखिर क्यों अय्यर को नजरअंदाज किया गया, जबकि उनके हालिया प्रदर्शन और तकनीकी सुधार को देखते हुए उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए थी।