Srilanka Cricket और यहां के खिलाड़ी बहुत ही मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। कई सवाल पूछे गए हैं श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से उनके खराब प्रशासन को लेकर। जबकि श्रीलंका की टीम मैदान पर संघर्ष कर रही है तो वहीं एसएलसी मीडिया के सवालों का सामना कर रही है। एसएलसी के पूर्व अध्यक्ष थिलन सुमाथिपला ने वेतनमान की गंभीर असमानता को सामने आए हैं।
हाल ही में ली गई रिपोर्टस में यह सामने आया है कि श्रीलंका यू 19 के कोच हैशन तिकरत्ने को दुगनी सैलरी मिली रही है श्रीलंकाई टीम ए के कोच के तुलना में। हर देश के राष्ट्रीय कोच के बाद दूसरे नबंर पर टीम ए का कोच बहुत महत्वपूर्ण होता है।
किसी भी क्रिकेट के सेटअप में यू 19 टीम के कोच की सैलरी टीम ए के कोच की सैलरी से कम होती है। अगर बात करें हैशन तिलकरत्ने की तो वह यू 19 टीम के साथ करीब एक साल से हैं। हैशन की सैलरी प्रति माह 5.5 लाख रुपए है तो वहीं श्रीलंका टीम ए के कोच अविष्का गुनावर्धन की सैलरी प्रति माह 2.75 लाख रुपए है।
देश के सबसे बड़े कोचों में से एक हैं
गुनावर्धन देश के सबसे बड़े कोचों में से एक हैं और यह देखना काफी हैरान कर देना वाला है कि सेटअप में दूसरों की तुलना में उन्हें कैसे कम किया जाता है। गुनावर्धन को कोचिंग में लगभग 12 साल का अनुभव हो चुका है।
श्रीलंकाई क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी रॉयल कॉलेज के हेड कोच भी रह चुके हैं। श्रीलंका का सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट क्लब एसएससी के भी 8 साल तक हेड कोच रहे हैं। इसके अलावा वह 6 अलग टूर्नामेंट के हेड कोच भी रह चुके हैं।
श्रीलंका के दूसरे ऐसे कोच हैं अपुल चदान जिन्हें भी कम सैलरी मिलती है। यह यू 19 टीम के फील्डिंग कोच की पोस्ट पर काम कर रहे हैं। इस पोस्ट पर उन्हें लगभग 7 साल हो चुके हैं। उन्हें पिछले कई सालों से प्रति माह 2.5 लाख मिलते हैं और अभी तक भी श्रीलंका क्रिकेट ने कोई वृद्धि नहीं की है।