कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिनका नाम हमेशा सुर्खियों में रहता है। लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें हर बार खुद को साबित करना पड़ता है, हर बार एक नई चुनौती का सामना करना पड़ता है। श्रेयस अय्यर उसी दूसरी सूची का नाम हैं। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने सिर्फ बल्ले से नहीं, अपने नेतृत्व से, अपने जज़्बे से, अपनी वापसी की ताकत से खुद को हर बार साबित किया है।
बार-बार अनदेखा किया गया, फिर भी नहीं टूटा हौसला
टीम इंडिया के लिए खेलने के बावजूद जब उनकी फिटनेस पर सवाल उठे, तो बीसीसीआई ने उनसे किनारा कर लिया। IPL में जब कप्तानी में उन्होंने कमाल दिखाया, तब कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें रिलीज़ कर दिया। 2024 की नीलामी में जब पंजाब किंग्स ने उन्हें खरीदा, तो कई लोगों ने मज़ाक उड़ाया, उन्हें वो इज़्ज़त नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी। लेकिन यहीं से शुरू होती है श्रेयस अय्यर की असली कहानी। हर बार जब उन्हें बाहर किया गया, उन्होंने वापसी नहीं धमाकेदार वापसी की।
तीन अलग अलग टीमों को पहली बार फाइनल में पहुंचाया
2020 में अय्यर को एक यंग कप्तान के तौर पर दिल्ली कैपिटल्स की कमान सौंपी गई। एक रॉ टीम, बिना ज़्यादा स्टार पावर के साथ, उन्होंने दिल्ली को पहली बार फाइनल तक पहुंचाया। भले ही वो मुंबई से हार गए, लेकिन उन्होंने दिल्ली को एक नई पहचान दी। 12 साल बाद एक कप्तान उन्हें फाइनल तक ले गया। 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने श्रेयस अय्यर को एक और मौका दिया, और उन्होंने उसे बखूबी भुनाया। KKR को 10 साल बाद IPL चैंपियन बनाया। लेकिन कोच गौतम गंभीर की मौजूदगी में पूरा क्रेडिट उन्हीं को मिला, और कुछ ही दिन बाद KKR ने श्रेयस को रिलीज़ कर दिया। एक बार फिर, अय्यर को साबित करना पड़ा। वो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक लीडर हैं। श्रेयस अय्यर को 2025 में पंजाब किंग्स ने खरीदा। एक ऐसी टीम जो पिछले 11 साल से फाइनल तक नहीं पहुंची थी। लेकिन इस बार नज़ारा कुछ और था। नए कोच रिकी पोंटिंग और नए कप्तान श्रेयस अय्यर की जोड़ी ने पंजाब को पूरी तरह से बदल डाला। IPL 2025 में पंजाब ने ना सिर्फ फाइनल में जगह बनाई, बल्कि क्वालिफायर 2 में मुंबई इंडियंस जैसे दिग्गज टीम को 204 रन का टारगेट चेज़ करके हराया। जो IPL प्लेऑफ इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज़ बन गया।
इतिहास में नाम दर्ज
श्रेयस अय्यर अब वो नाम है जिसने तीन अलग-अलग फ्रैंचाइज़ी को IPL फाइनल में पहुंचाया है दिल्ली कैपिटल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और अब पंजाब किंग्स। एक ट्रॉफी जीत चुके हैं, और बाकी दो टीमों को वहां तक ले जाकर अपनी लीडरशिप का लोहा मनवा चुके हैं। अब बारी है पंजाब को चैंपियन बनाने की।