'रोहित अब तीन-चार साल पहले वाले रोहित नहीं रहे' रोहित की बल्लेबाज़ी को लेकर बोले संजय मांजरेकर - Punjab Kesari
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‘रोहित अब तीन-चार साल पहले वाले रोहित नहीं रहे’ रोहित की बल्लेबाज़ी को लेकर बोले संजय मांजरेकर

आईपीएल 2025 में रोहित का खराब प्रदर्शन, मांजरेकर ने दी सलाह

संजय मांजरेकर का मानना है कि रोहित शर्मा अपने करियर के कठिन दौर से गुजर रहे हैं और उन्हें हर सुबह अपने आप पर अतिरिक्त जोर देना होगा। आईपीएल 2025 में खराब प्रदर्शन के चलते उनकी फॉर्म पर सवाल उठ रहे हैं। मांजरेकर ने कहा कि रोहित को अपनी नैसर्गिक प्रतिभा पर निर्भर रहने के बजाय और मेहनत करनी होगी।

पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि रोहित शर्मा एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं और अब उन्हें हर सुबह अपने आप पर अतिरिक्त जोर देना होगा।

आईपीएल 2025 में शनिवार को गुजरात टाइटंस (जीटी) के खिलाफ मैच में रोहित सिर्फ आठ रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले सीजन के अपने पहले मैच में वह चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के खिलाफ चार गेंदों में डक (0) पर आउट हुए थे।

मांजरेकर ने जियोस्टार से बात करते हुए कहा, “अब वह तीन-चार साल पहले वाले रोहित शर्मा नहीं हैं। वह अपने करियर के उस पड़ाव पर हैं, जहां पर उन्हें अपने आप पर हर सुबह अतिरिक्त जोर देना होगा। उन्हें और बेहतर तरीके से ट्रेन करना होगा क्योंकि चीजें उनके हाथों से फिसल रही हैं। वह अभी भी अपने नैसर्गिक प्रतिभा पर निर्भर करते हैं।”

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रोहित का ना सिर्फ आईपीएल बल्कि अंतर्राष्ट्रीय करियर भी खराब फॉर्म से गुजर रहा है। 2024 में टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक के साथ 10.93 के मामूली औसत से रन बनाए। चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने लगभग हर मैच में भारत को तेज शुरूआत देने की कोशिश की, लेकिन इस टूर्नामेंट में भी उनके नाम सिर्फ एक अर्धशतक था, जो कि फाइनल में आया।

पांच बार के चैंपियन मुंबई इंडियंस (एमआई) ने इस सीजन के अपने दोनों मैच गंवाए हैं और उनके कप्तान हार्दिक पांड्या का मानना है कि उनके बल्लेबाजों को अब जल्द से जल्द लय में आना होगा और जिम्मेदारी लेनी होगी।

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मांजरेकर भी लगभग ऐसा ही सोचते हैं। उनका मानना है कि इस साल मुंबई का बल्लेबाजी क्रम कुछ खास, स्थिर और कन्विंसिंग नहीं नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, “इस बल्लेबाजी क्रम के अधिकतर बल्लेबाज उन पिचों पर निर्भर हैं, जहां गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है। इसके अलावा अगर गेंद बल्ले पर सही से आ भी रही हो, जैसा वानखेड़े में होता है, तो भी उन्हें 12 या 13 रन प्रति ओवर बनाने में संघर्ष करना पड़ सकता है।”

हालांकि मांजरेकर का मानना है कि यह अभी सीजन की शुरुआत है और इससे एमआई को पूरी तरह से दरकिनार नहीं किया जा सकता है। “वह अब भी वापसी कर खिताब जीत सकते हैं, जैसा कि उन्होंने 2014 में किया था।”

– आईएएनएस

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