शतक बनाने से काफी राहत मिली : मैथ्यूज - Punjab Kesari
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शतक बनाने से काफी राहत मिली : मैथ्यूज

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नई दिल्ली : भारत के खिलाफ आज यहां दो साल से भी अधिक समय बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ने वाले श्रीलंका के आलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि वह हमेशा ही खेलते हुए दबाव महसूस करते हैं और इस शतक से उन्हें काफी राहत मिली है। मैथ्यूज ने आज भारत के खिलाफ 111 रन की पारी खेलने के अलावा कप्तान दिनेश चांदीमल (नाबाद 147) के साथ चौथे विकेट के लिए 181 रन की साझेदारी भी की।मैथ्यूज ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से कहा, यह काफी अच्छा और राहत भरा है। मैं गेंद को नेट में काफी अच्छी तरह हिट कर रहा था।

कोलकाता टेस्ट में मैंने अच्छी शुरूआत करते हुए अर्धशतक जड़ लेकिन इसका फायदा उठाकर बड़ पारी नहीं खेल पाया। उन्होंने कहा, दूसरे टेस्ट में अपने प्रदर्शन से मैं निराश हूं लेकिन मैं नेट पर गेंद को अच्छी तरह हिट कर रहा था और मेरे अंदर पूरा आत्मविश्वास था। आज अच्छी शुरूआत के बाद मैंने इसका फायदा उठाया। भाज्ञ ने भी मेरा साथ दिया। लेकिन यह खेल का हिस्सा है। निराश हूं कि मैं इसे बड़ पारी में नहीं बदल पाया। भारतीय टीम को श्रेय जाता है कि उन्होंने लगातार दबाव बनाए रखा और रन बनाने के आसान मौके नहीं दिये। दो साल से अधिक समय बाद पहला टेस्ट शतक जड़ने वाले मैथ्यूज ने कहा, मैं मौके का इंतजार कर रहा था। हमें आज रन बनाने के लिए कड़ मेहनत करनी पड़ क्योंकि वे आसान मौके नहीं दे रह थे। वे काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे।

चांदीमल ने काफी अच्छी लय में बल्लेबाजी की लेकिन मैं उतनी अच्छी लय में नहीं खेल पाया। यह मेरी सबसे कड़ पारियों में से एक है जहां मुझे रन बनाने के लिये कड़ मेहनत करनी पड़। मुझे खुशी है कि मैंने कड़ मेहनत की क्योंकि अंत में मुझे इसका फायदा मिला। भारतीय गेंदबाजों की तारीफ करते हुए मैथ्यूज ने कहा, हम दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ खेल रहे हैं और चारों गेंदबाज लगातार आप पर हावी होने की कोशिश कर रहे थे। विराट कोहली उन्हें काफी अच्छी तरह रोटेट कर रहा था। हमें काफी ढीली गेंद नहीं मिली। आप देखोगे कि मुझे और चांदीमल को रन बनाने के लिए कड़ मेहनत करनी पड़। पिछले कुछ समय में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने पर मैथ्यूज ने कहा, पिछले कुछ समय में मुझे चोटों का सामना करना पड़ और मैं टीम से अंदर बाहर होता रहा। मेरे प्रदर्शन की निरंतरता इससे प्रभावित हुई। मैंने एक भी मैच ऐसा नहीं खेला जिसमें मैं दबाव में नहीं रहा।

पदार्पण मैच से लेकर अब तक मुझे दबाव महसूस होता है। लेकिन हमें पता है सीनियर होने के साथ हमेशा आपके उपर दबाव रहता है। मुझे बल्लेबाजी कोच तिलन  समरवीरा को धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने मुझे वे चीजें याद दिलाई जो मैं अतीत में करता था। मैं शुरूआती 14 साल में इन्हें आजमाया था। बल्लेबाजों के साथ कड़ मेहनत कर रहा है। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन प्रदूषण का मुद्दा छाया रहा और मैथ्यूज ने कहा कि इससे जुडा कोई भी फैसला मैच रैफरी और अंपायरों को करना है। आज प्रदूषण के स्तर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, यह हमेशा से ही ऐसा था। यह मैच रैफरी और अंपायरों का काम है कि वे फैसला करें। हम यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और फैसला मैच रैफरी को करना है। उन्होंने कहा, प्रदूषण का स्तर कल की ही तरह था और शायद थोड़ बुरा ही था। हमें अगले कुछ दिन भी इससे निपटना होगा। यह मैच रैफरी का काम है कि वे आईसीसी से बात करें। लेकिन यह बहुत कम होने वाली घटना है। हमें कभी इस तरह की स्थिति का सामना नहीं करना पड़।

मैच रैफरी और दो अंपायर मौजूद हैं और मुझे यकीन है कि वे इस बारे में आईसीसी से बात करेंगे। मैथ्यूज ने कहा कि इससे भारतीय खिलाडय़रों के साथ उनके रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़गा। उन्होंन कहा, रिश्तों पर कोई असर नहीं पडे़गा। यह अजीब स्थिति थी क्योंकि किसी को नहीं पता था कि क्या करना है। रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़गा क्योंकि हम मैदान पर कड़ प्रतस्पिर्धा देते हैं लेकिन बाहर अच्छे दोस्त हैं। श्रीलंका ने आज पहली पारी में नौ विकेट गंवा दिए जिसके संदर्भ में मैथ्यूज ने कहा, हम थोड़ निराश हैं। थोड़ अधिक विकेट बचते तो बेहतर होता। हमने आज काफी विकेट गंवाए। कल अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। कुछ जल्दी विकेट हासिल करके हम उन्हें बैकफुट पर ला सकते हैं।

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