ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इसके साथ ही भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी खत्म हो गईं। अब टीम के दो अनुभवी खिलाड़ियों – रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट करियर को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। खासकर, कप्तान रोहित शर्मा के भविष्य पर बीसीसीआई का रुख साफ नजर आ रहा है।
रोहित के प्रदर्शन पर सवाल
37 वर्षीय रोहित शर्मा का हालिया प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे की 5 पारियों में वह सिर्फ 31 रन बना पाए, और उनका औसत 6.2 का रहा, जो किसी भी भारतीय कप्तान का ऑस्ट्रेलिया में अब तक का सबसे खराब औसत है। इतना ही नहीं, सितंबर से अब तक खेले गए 8 टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 164 रन बनाए हैं, जिसमें केवल एक अर्धशतक शामिल है। इन आंकड़ों ने उनके टेस्ट करियर पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिडनी टेस्ट के बाद विवाद
सिडनी टेस्ट के निर्णायक मुकाबले से पहले रोहित शर्मा ने खुद को टीम से बाहर कर लिया था। इसके बाद से ही उनके टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने की अटकलें शुरू हो गई थीं। हालांकि, उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में यह साफ कर दिया कि वह टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का कोई इरादा नहीं रखते। रोहित ने कहा, “मैं कहीं नहीं जा रहा हूं।”
बीसीसीआई की मीटिंग में होगा फैसला
रविवार को बीसीसीआई की स्पेशल जनरल मीटिंग होने जा रही है, जहां टीम के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई अधिकारी रोहित की टिप्पणी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बैठक में बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और टीम मैनेजमेंट शामिल होंगे। इस दौरान रोहित के भविष्य पर भी चर्चा होगी।
क्या कहता है बीसीसीआई का रुख?
एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, “रोहित वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेलने के लिए मौके तलाश रहे थे। अब यह उन पर निर्भर है कि वह टेस्ट टीम में अपनी जगह के लिए लड़ना चाहते हैं या नहीं। हालांकि, अंतिम फैसला मुख्य चयनकर्ता और उनकी टीम पर होगा।”
अब सभी की नजरें बीसीसीआई की इस अहम बैठक पर हैं, जहां रोहित शर्मा और भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं।