चैंपियंस ट्रॉफी को बॉयकॉट करने के विषय पर पीसीबी का स्टैंड सामने आया है। पीसीबी चाहता है कि उन्हें हाइब्रिड मॉडल में भी चैंपियंस ट्रॉफी का अगर विकल्प मिले तो वो सोचने को तैयार है। बता दें कि 29 नवंबर को भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड की आपस में मीटिंग हुई। मीटिंग में चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में कराने की बात हुई। पाकिस्तान ने कहा कि हम अपनी शर्तों पर चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर कराने पर तैयार है। चैंपियंस ट्रॉफी शुरु होने में 100 दिन से भी कम का वक्त बचा है और अभी भी टूर्नामेंट को लेकर कोई भी अपडेट सामने नहीं आया है।
पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने चैंपियंस ट्रॉफी पर बात करते हुए कहा
मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि इससे चीजें बर्बाद हो सकती हैं। हमने अपना दृष्टिकोण (आईसीसी को) दे दिया है, भारतीयों ने भी अपना दृष्टिकोण दे दिया है। प्रयास सभी के लिए जीत-जीत सुनिश्चित करना है। क्रिकेट जीतना चाहिए, यह सबसे महत्वपूर्ण है लेकिन सभी के सम्मान के साथ। हम वही करने जा रहे हैं जो क्रिकेट के लिए सबसे अच्छा होगा। हम जो भी फॉर्मूला अपनाएंगे, वह समान शर्तों पर होगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ ने पाकिस्तान के रुख के बारे में बात करते हुए कहा
पाकिस्तान का गौरव सबसे महत्वपूर्ण है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि क्रिकेट तो जीते लेकिन पाकिस्तान का गौरव भी बरकरार रहे। मेरी कोशिश यह सुनिश्चित करना है कि कोई एकतरफ़ा व्यवस्था न हो. ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम भारत की यात्रा करें और वे हमारे देश में न आएं।’ विचार यह है कि इसे हमेशा के लिए समान शर्तों पर निपटाया जाए। वर्तमान स्थिति यह है कि पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह हाइब्रिड मॉडल पर चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी तभी स्वीकार करेगा जब बोर्ड इस बात पर सहमत होगा कि भविष्य में सभी आईसीसी आयोजन एक ही प्रणाली पर होंगे और पाकिस्तान मैच खेलने के लिए भारत नहीं जाएगा।