श्रीलंका में हाल ही में शुरू हुई लंका टी10 सुपर लीग विवादों में घिर गई है। टूर्नामेंट के पहले संस्करण के दौरान मैच फिक्सिंग का मामला सामने आया है, जिसके चलते लीग की एक टीम के भारतीय मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना टूर्नामेंट की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।
गाले मार्वल्स के मालिक प्रेम ठाकुर गिरफ्तार
गाले मार्वल्स टीम के मालिक प्रेम ठाकुर, जो लंका टी10 सुपर लीग की छह टीमों में से एक के प्रमुख हैं, को श्रीलंका की खेल पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में लिया। यह गिरफ्तारी एक वेस्टइंडीज के खिलाड़ी की शिकायत के आधार पर हुई है। शिकायत के अनुसार, खिलाड़ी ने आरोप लगाया कि प्रेम ठाकुर ने उनसे मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
घटना कैंडी जिले के पल्लेकेले स्टेडियम में चल रहे टूर्नामेंट के दौरान हुई। श्रीलंका की पुलिस ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
टूर्नामेंट की निष्पक्षता पर सवाल
लंका टी10 सुपर लीग का यह पहला सीजन है, जो 11 दिसंबर से शुरू हुआ। टूर्नामेंट के शुरुआती दिनों में ही इस तरह का विवाद सामने आना लीग की विश्वसनीयता पर गहरा असर डाल सकता है। यह मामला न केवल लीग की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है, बल्कि श्रीलंका में क्रिकेट की छवि को भी प्रभावित कर सकता है।
आगे की कार्रवाई पर नजर
श्रीलंका की खेल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। वहीं, आयोजकों और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के लिए यह चुनौती बन गई है कि वे लीग की साख को बचाने और खिलाड़ियों के विश्वास को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
यह घटना यह दिखाती है कि क्रिकेट जैसे खेलों में भ्रष्टाचार का खतरा कितना गहरा है। फैंस और खिलाड़ियों की नजर अब इस बात पर है कि इस मामले का समाधान कैसे किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।