भारत और पाकिस्तान के बीच में मैच क्रिकेट जगत के अलग ही मायने होते हैं। ये दोनों टीमें एक दूसरे की चिर प्रतिद्वंद्वी हैं तो वहीं दोनों ही देशों की सड़के ठहर सी जाती है।
हर इंसान इस महा मैच का साक्षी होना चाहता है। अब जब फैंस के लिए तो इस मैच के खास मायने हैं तो खिलाडिय़ों के लिए भी इस मैच की कम महत्वता नहीं है।
हर खिलाड़ी का सपना होता है भारत-पाकिस्तान मै का हिस्सा बनना
भारत और पाकिस्तान के खिलाडिय़ों का एक सपना जरुर होता है कि वह उस मैच का हिस्सा जरूर हो जब इन दोनों टीमों के बीच आपस में मैैच खेल रहे हों। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच का हिस्सा बनना हर खिलाडिय़ों के मन में होता है और वह बहुत ही गौरवान्वित महसूस करते हैं।
एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में Virat Kohli को दिया गया आराम
भातरीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान Virat Kohli को एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में आराम दिया गया हैं। इस टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच में बड़ा मुकाबला होगा। ऐसा भी हो सकता था कि विराट कोहली को यही 10-15 दिन के बाद आराम दे दिया जा सकता था।
संदीप पाटिल ने Virat Kohli को आराम देने पर दिया यह बयान
वैसे Virat Kohli ने एशिया कप में होने वाले भारत-पाक मैच से पहले आराम देना हर फैंस के लिए झटका है और इसी बात को लेकर पूर्व चयनकर्ता संदीप पाटिल नें भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
संदीप पाटिल ने अपने कॉलम में इस बारे में लिखा, “चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष के रूप में, मैं इस बात से सहमत हूं कि खिलाड़ियों के वर्कलोड को ध्यान में रखा जाना चाहिए, लेकिन जब भारत-पाकिस्तान मैचों की बात आती है जिसमें भारत के क्रिकेट प्रेमी भावनात्मक रूप से शामिल होते हैं। ये समझना मुश्किल है कि ऐसा निर्णय क्यों लिया गया। असल में, ये सिर्फ प्रशंसक ही नहीं, यहां तक कि दोनों देशों के खिलाड़ी और बोर्ड के अधिकारी और बोर्ड अधिकारी भी इस बड़े मैच के बारे में बहुत दृढ़ता से महसूस करते हैं।”
संदीप पाटिल ने आगे कहा, “लेकिन क्रिकेट का ये खेल भी महान समय के बारे में ही रहता है। महान समय आपको शीर्ष पर रखता है और खराब समय आपको नीचे रखता है। Virat Kohli को आराम देने का फैसला पहले ही लिया जा चुका है लेकिन सवाल है कि चयनकर्ताओं ने एशिया कप के लिए विराट को नहीं चुना जो वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलु सीरीज में भी उन्हें आराम दिया जा सकता था।”
संदीप पाटिल ने आगे कहा, “मै महान कपिल देव की बात करूं तो जिनका वर्कलोड शुरुआती उम्र के साथ शुरू हुआ तो उनके संन्यास लेने तक कभी खत्म ही नहीं हो सका। वो मैचों में ना केवल लंबे समय तक गेंदबाजी करते थे और वो टेस्ट, वनडे और घरेलु क्रिकेट में भी शामिल होते थे। वो ब्रेक के बिना अभ्यास सत्र में भी आखिर तक बल्लेबाजी और गेंदबाजी करते थे।”
संदीप पाटिल ने आगे कहा, “क्या क्रिकेट इतना बदल गया है कि आज के भारतीय खिलाड़ी जो इतने फिट और केन्द्रित हैं वो वर्कलोड नहीं ले सकते हैं? मैं Virat Kohli को दोषी नहीं ठहराता लेकिन मेरा सवाल ये है कि बीसीसीआई के लिए अनुबंध के तहत 30 प्लस के खिलाड़ी हैं और वो सभी समान संख्या में मैच खेलते हैं और बराबर का वर्कलोड साझा करते हैं, फिर विराट कोहली क्यों अकेले हैं?”
संदीप पाटिल ने आगे कहा, “अगर आप पूछना चाहते हो कि वेस्टइंडीज या एशिया कप में किस टाइटल को जीतना चाहते हैं तो हमारे खिलाड़ियों, बीसीसीआई और स्पोर्ट्स फैंस को ज्यादा सम्मान और खुशी क्या लाएगा तो इसका जवाब एशिया कप के रूप में बहुत आसान रहेगा और जब पाकिस्तान की तरह एक टीम शामिल हो।”