IPL 2025 : काव्या मारन ने लगाई सीएसके को फटकार बोली अपमान करना होगा....
Girl in a jacket

IPL 2025 : काव्या मारन ने लगाई सीएसके को फटकार बोली अपमान करना होगा….

IPL 2025 : में एमएस धोनी को एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रखने पर सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन ने आलोचना की है। मारन ने कहा कि यह धोनी का अपमान होगा। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक बोला की यह एक गलत मिसाल होगी। काव्या मारन ने धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में नीलामी में रखने के सुझाव पर नाराजगी जताई। गौरतलब हो कि आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन पर BCCI ने फ्रेंचाइजियों के मालिकों के साथ बैठक की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण नियमों पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान सीएसके ने बीसीसीआई को एक सुझाव दिया कि यदि कोई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पांच या उससे ज्यादा समय से संन्यास ले चुका है तो उसे एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में ऑक्शन में शामिल किया जाए।

HIGHLIGHTS

  • एमएस धोनी को एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रखने पर सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन ने आलोचना की है
  • मारन ने कहा कि यह धोनी का अपमान होगा। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक बोला की यह एक गलत मिसाल होगी
  • काव्या मारन ने धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में नीलामी में रखने के सुझाव पर नाराजगी जताई

359816.6

काव्या मारन ने जताई आपत्ति

इस पर काव्या मारन ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा;- एक रिटायर खिलाड़ी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखने की अनुमित देना उस क्रिकेटर के साथ-साथ उनके मूल्य का अपमान करना होगा। अगर नीलामी में खरीदे गए किसी अनकैप्ड खिलाड़ी को अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रखे गए पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी से अधिक भुगतान किया जा रहा है तो यह एक गलत मिसाल स्थापित होगी।

111548251



2008 से 2021 तक लागू था नियम

बता दें कि एमएस धोनी के आईपीएल 2025 में खेलने को लेकर क्रिकेट फैंस के बीच चर्चा चल रही है। ऐसे में सीएसके भी अपने पूर्व चैंपियन कप्तान को टीम में बरकरार रखने को हर हथकंडे अपना रही है। इसी के चलते बैठक में सीएसके ने बीसीसीआई को 2008 से 2021 तक चले पूरे नियम को बहार करने की सिफारिश की। हालांकि, आखिरी निर्णय बीसीसीआई को करना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eighteen − 5 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।