आईपीएल के मौजूदा सीजन में युवा बल्लेबाजों का अभी तक बोलबाला रहा है। शुक्रवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर दिल्ली और कोलकाता के बीच बड़ा मुकाबला खेला गया। अंक तालिका में सबसे निचले पायदान पर स्िथत दिल्ली के लिए यह मैच जीतना काफी जरूरी था। ऐसे में दिल्ली के युवा खिलाड़ियों ने इस जिम्मेदारी को उठाया और टीम को 55 रन से जीत दिलाई। इस मैच में जीत के हीरो श्रेयस अय्यर और पृथ्वी शॉ रहे। पृथ्वी ने तो सबसे कम उम्र में आईपीएल अर्धशतक भी जड़ दिया।
18 साल 169 दिन की उम्र में जड़ा अर्धशतक
दाएं हाथ के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने बतौर ओपनर दिल्ली की पारी का आगाज किया। शॉ ने इस मैच में 140 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। पृथ्वी ने शुरुआत से ही केकेआर के गेंदबाजों पर दबाव बना रखा। यही नहीं उन्होंने मिचेल जॉनसन की एक गेंद पर हेलिकॉप्टर शॉट भी लगाया। आउट होने से पहले शॉ ने दिल्ली को अच्छी शुरुआत दिला दी। इस पारी में शॉ ने 44 गेंदों में 62 रन की तेजतर्रार पारी खेली, जिसमें 7 चौके और 2 छक्के शामिल हैं। आईपीएल इतिहास में पृथ्वी के नाम सबसे कम उम्र में अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। पृथ्वी की उम्र 18 साल 169 दिन है। हालांकि साल 2013 में संजू सैमसन ने भी इतनी ही उम्र में अर्धशतक जड़ा था।
दिल्ली ने 1.2 करोड़ में खरीदा है पृथ्वी को
पृथ्वी शॉ अंडर 19 विश्व कप में भारत के कप्तान थे। फाइनल में पृथ्वी ने शानदार पारी खेली थी जिसकी बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया टीम को परास्त कर वर्ल्डकप पर कब्जा किया। यह उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि इस साल हुई नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.2 करोड़ रुपये में खरीदकर अपनी टीम में शामिल किया।
सचिन जैसी हाईट, रिकॉर्ड भी वैसा ही
पृथ्वी शॉ दिनों-दिन अपने खेल को निखारते जा रहे हैं। सचिन जितनी हाईट (5 फुट 5 इंच) वाले पृथ्वी की बल्लेबाजी शैली भी मास्टर ब्लॉस्टर जैसी दिखती है। लोगों को उम्मीद है कि, पृथ्वी इसी तरह प्रदर्शन करते गए तो टीम इंडिया में उनका जल्द ही एंट्री मिल जाएगी। रणजी में उनके नाम सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। प्रथम श्रेणी मैचों में भी वह सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उनसे आगे सिर्फ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर हैं। सचिन ने इस उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 7 शतक जमा लिए थे।
बस एक कदम दूर
पृथ्वी ने रणजी और दलीप दोनों ट्रॉफी के पर्दापण मैच में शतक लगाया है, अगर वह ईरानी ट्रॉफी में भी शतक लगा देते हैं। तो तीनों ट्रॉफियों में शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। अभी तक यह रिकॉर्ड सिर्फ सचिन तेंदुलकर के नाम है।
546 रन बनाकर आए थे चर्चा में
साल 2013 में पृथ्वी शॉ पहली बार तब चर्चा में आए थे। जब वह किसी स्कूल प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए थे। तब पृथ्वी ने मुंबई के आजाद मैदान पर हैरिस शील्ड ट्रॉफी के मैच में 546 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली थी। उस वक्त तक इतने रन किसी भी बल्लेबाज ने नहीं बनाए थे, सचिन तेंदुलकर ने भी नहीं। हैरिश शील्ड वही मशहूर स्कूल टूर्नामेंट है जिसके जरिए पहली बार सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली को सुर्खियां मिली थीं। सचिन और कांबली ने इसी टूर्नामेंट में अपने स्कूल की तरफ से खेलते हुए 664 रनों की विश्व रिकॉर्ड (उस दौरान) की साझेदारी थी।
देश की हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए पढ़े पंजाब केसरी अखबार।