मेलबर्न : पहले मैच में मिली हार से स्तब्ध भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को होने वाले दूसरे टी20 मैच में वापसी के लिये टीम संयोजन में बदलाव पर विचार कर सकती है। तीन मैचों की सीरीज में आस्ट्रेलिया ने 1-0 से बढत बना ली है । लगातार सात द्विपक्षीय टी20 सीरीज जीत चुकी विराट कोहली की टीम इस लय को बरकरार रखना चाहेगी और इसके लिये गेंदबाजी तथा बल्लेबाजी संयोजन दोनों में बदलाव किये जा सकते हैं।
केएल राहुल के खराब फार्म के मद्देनजर भारतीय बल्लेबाजी क्रम में परिवर्तन हो सकता है। इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में पहले टी20 में नाबाद 101 रन बनाने के बाद से राहुल अगले छह मैच में 30 रन के पार भी नहीं जा सके हैं। टीम प्रबंधन ने उन्हें तीसरे नंबर पर बरकरार रखा है जबकि कोहली खुद चौथे नंबर पर उतर रहे हैं।
राहुल को लय हासिल करने की जरूरत है क्योंकि वह टेस्ट सीरीज में भारत के शीर्षक्रम का हिस्सा होंगे। टीम प्रबंधन गेंदबाजी आक्रमण पर भी दोबारा विचार कर सकता है। हरी भरी पिच पर क्रृणाल पंडया ने चार ओवरों में 55 रन दे डाले और उन पर छह छक्के पड़े। एमसीजी की पिच भी ऐसी ही रहती है तो कोहली लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को उतार सकते हैं जिनका टी20 क्रिकेट में उम्दा रिकार्ड है ।
इतनी करीबी हार के बाद यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन क्या बदलाव करता है। पंड्या को बाहर करने से एक बल्लेबाज कम हो जायेगा और कोहली यह जुआ नहीं खेलना चाहेंगे। पहले मैच से पूर्व कोहली ने कहा था कि गलतियों पर अंकुश लगाकर निर्णायक क्षणों में दबाव बनाये रखना जरूरी है। ब्रिसबेन में भारतीय टीम फील्डिंग में भी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी।
पंत का विकेट मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ : कोहली
कोहली ने खुद दो बार गलती की। पहले आस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच का कैच छोड़ा और बाद में डीप में फील्डिंग में चूक की। सीरीज में पांच दिन के भीतर तीन मैच होने के कारण कमजोरियों पर काम करने का समय काफी कम है। फील्डिंग कोच आर श्रीधर एमसीजी पर होने वाले मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ काम नहीं कर सके होंगे।
ड्रेसिंग रूम में सैद्धांतिक तौर पर ही इसके बारे में बताया गया होगा। आस्ट्रेलिया में मैदान बड़े होने के कारण चौके लगाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। एकमात्र स्पिनर के रूप में एडम जाम्पा को उतारना आस्ट्रेलिया के लिये फायदेमंद रहा। पहले मैच में मिली जीत से अब मेजबान टीम के हौसले बुलंद होंगे।