भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हरभजन सिंह का मानना है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में अपने भविष्य पर उठ रहे सवालों का जवाब बल्ले से देना होगा। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की हार के बाद इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों की फॉर्म पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
रोहित और विराट का ऑस्ट्रेलिया दौरा
रोहित शर्मा के लिए यह दौरा बेहद निराशाजनक रहा। तीन टेस्ट मैचों में वह सिर्फ 31 रन बना सके। इसके बाद उन्होंने सिडनी में खेले गए पांचवें टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया। दूसरी ओर, विराट कोहली भी इस सीरीज में संघर्ष करते नजर आए। ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर उनकी कमजोरियों का फायदा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने जमकर उठाया। हालांकि, पर्थ में खेले गए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाने के अलावा वह बल्ले से ज्यादा योगदान नहीं दे सके।
हरभजन सिंह का बयान
हरभजन सिंह ने इस मुद्दे पर स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, “रोहित और विराट इस पीढ़ी के महान खिलाड़ी हैं। लेकिन खिलाड़ियों का भविष्य वे खुद तय नहीं करते, उनका फॉर्म और चयनकर्ता उनका भविष्य तय करते हैं। जब आप रन नहीं बनाते, तो लोग आपकी आलोचना करने लगते हैं। लेकिन आप उन्हें गलत साबित कर सकते हैं, और वह सिर्फ रन बनाकर ही संभव है। अगर वे खेलते रहना चाहते हैं, तो उन्हें वापसी करनी होगी और बड़े रन बनाने होंगे।”
हरभजन ने आगे कहा, “ये पूरी तरह खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि वे खुद को फिट समझते हैं या नहीं। लेकिन जब चयन की बात आती है, तो यह चयनकर्ताओं का फैसला होता है।”
चैंपियंस ट्रॉफी पर नजर
बीसीसीआई ने हाल ही में मुंबई में एक विशेष बैठक बुलाई थी, जिसमें रोहित और विराट के आगामी मैचों में योगदान पर चर्चा की गई। इस बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने जोर दिया कि आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इन खिलाड़ियों की फॉर्म कितनी अहम है।
हरभजन सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ियों को खुद को साबित करने के लिए बल्ले से प्रदर्शन करना होगा। चैंपियंस ट्रॉफी रोहित और विराट के लिए एक सुनहरा मौका है, जहां वे अपनी जगह पक्की कर सकते हैं। टीम को स्थिरता और बड़े टूर्नामेंट में जीत के लिए इन सीनियर खिलाड़ियों की जरूरत है। अब यह पूरी तरह से रोहित और विराट पर निर्भर करता है कि वे दबाव के समय कैसा प्रदर्शन करते हैं।