हैंडिंग्ले टेस्ट के दूसरे दिन ऋषभ पंत ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी से सभी का दिल जीत लिया। बाएं हाथ के इस विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ने शानदार 134 रनों की पारी खेली और भारत को पहली पारी में 471 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। उनकी इस पारी में 12 चौके और 6 छक्के शामिल थे, जिनमें एक शानदार शतक पूरा करने वाला एक हाथ से मारा गया छक्का भी था। ये नजारा देखकर इंग्लैंड की भीड़ झूम उठी।
रवि शास्त्री ने की पंत की जमकर तारीफ
मैच के दौरान पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने पंत की तारीफ करते हुए कहा, “ये खिलाड़ी अलग ही खेलता है। वो खुद तय करता है कब रुकना है और कब गियर बदलना है। वो बॉलर्स पर ऐसा प्रेशर बनाता है कि मैच का रुख ही बदल देता है। उसके पास खुद का कंप्यूटर है, जो सिर्फ वही चला सकता है। यही उसकी खासियत है।”
ऐक्सिडेंट के बाद की वापसी पर बोले शास्त्री
शास्त्री ने 2022 में हुए पंत के गंभीर कार एक्सिडेंट को भी याद किया। उन्होंने बताया, “जब मैं उसे अस्पताल में देखने गया था, तो उसकी हालत बहुत खराब थी। घुटना पूरी तरह खराब, शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे। उस हालत से वापस आकर ऐसे खेलना कमाल की बात है। इसीलिए उसके शतक के बाद जो जश्न था, वो बहुत मायने रखता है। ये भगवान को धन्यवाद देने जैसा था कि उसने दोबारा मौका दिया।”
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वर्ल्ड कप के बाद टेस्ट में भी धमाका
पंत ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया में वापसी की थी और भारत ने उसी टूर्नामेंट में 11 साल बाद ICC ट्रॉफी जीती थी। अब टेस्ट में भी पंत ने अपनी क्लास दिखा दी है। इंग्लैंड के खिलाफ ये उनका एक्सिडेंट के बाद दूसरा टेस्ट शतक और कुल मिलाकर सातवां टेस्ट शतक है। वो अब भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले विकेटकीपर बन चुके हैं।
पंत का शतक, एंटरटेनमेंट का पूरा पैकेज
स्काई स्पोर्ट्स पर कमेंट्री कर रहे इंग्लिश एक्सपर्ट इयान वॉर्ड ने भी पंत की तारीफ करते हुए कहा, “ये लड़का बॉक्स ऑफिस है। उसकी शतक मनाने की स्टाइल अपने आप में शानदार थी। वो सिर्फ खिलाड़ी नहीं, एक किरदार है – फुल एंटरटेनमेंट पैकेज।”
शानदार साझेदारियों से मिली टीम इंडिया को मज़बूती
पंत की इस पारी से भारत ने मैच पर मजबूत पकड़ बना ली। उन्होंने मिडिल ऑर्डर में आकर गेम को तेजी से आगे बढ़ाया। उनके शतक और तेज स्ट्राइक रेट ने ना सिर्फ दर्शकों का दिल जीता, बल्कि टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त भी दिलाई।
ऋषभ पंत की ये इनिंग्स सिर्फ एक शतक नहीं थी, बल्कि एक कहानी थी – वापसी की, हिम्मत की और क्रिकेट के असली जज्बे की।