चेन्नई सुपरकिंग्स को गुरुवार को कोलकाता नाइटराइडर्स के हाथों 6 विकेट की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, जिसकी वजह से वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर खिसक गई है। कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर सीएसके ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 177 रन बनाए। एमएस धोनी ने 25 गेंदों में एक चौके और चार छक्कों की मदद से नाबाद 43 रन की पारी खेली।
हालांकि, गेंदबाजों और फील्डर्स के लचर प्रदर्शन के कारण चेन्नई को हार झेलनी पड़ी। केकेआर ने सिर्फ 17.4 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। चेन्नई का गेंदबाजी आक्रमण अच्छी नहीं रहा, लेकिन टीम को सबसे ज्यादा परेशानी खराब फील्डिंग से हुई। रविंद्र जडेजा ने लगातार दो गेंदों में सुनील नरेन के दो आसान कैच टपकाए।
एमएस धोनी ने इस दौरान कोई इमोशन नहीं दिखाए, क्योंकि वह अपनी टीम के साथियों को खरी खोटी सुनाकर उनका विश्वास कम नहीं करना चाहते थे। हालांकि, मैच के बाद धोनी ने खुलकर अपनी टीम के फील्डर्स को कोसा। उन्होंने कहा, ‘हमने जिस तरह की टीम चुनी थी, उसमें पता था कि फील्डिंग अच्छी होगी।
मगर सबसे ज्यादा निराशा इस बात की हुई कि टीम के साथी इस बात को लेकर जागरूक नहीं दिखे। आपकी गति भले ही ज्यादा न हो, लेकिन आपको मैदान पर चौकन्ना रहने की जरूरत है।’ धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के पूर्व बल्लेबाज माइक हसी का उदाहरण देते हुए अपनी बात समझाई। उन्होंने कहा, ‘इसका शानदार उदाहरण हसी हैं।
जब वह चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेल रहे थे तब टीम के सबसे तेज खिलाड़ियों में से एक नहीं थे। मगर वह बहुत अच्छे से स्टार्ट लेते थे, जिससे उन्हें एक सेकंड अधिक मिल जाता था। इस तरह की प्रतिबद्धता की जरूरत मैदान पर होती है।’ इसके साथ ही धोनी अपनी टीम के गेंदबाजों से भी खुश नहीं नजर आए।
‘कैप्टन कूल’ ने कहा, ‘मेरे ख्याल से गेंदबाजों को मिश्रण करने की जरूरत थी और आपको बल्लेबाज के मजबूत पक्ष के बारे में पता होना चाहिए ताकि उसके मुताबिक गेंदबाजी कर सकें। आप एक गेंदबाज को बहुत कुछ बोल सकते हैं, लेकिन जब वह मैदान पर गेंदबाजी करते हैं तो वह अपने आप के होते हैं।’
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