कोलकाता : प्लेऑफ में पहुंची कोलकाता नाइट राइडर्स के योद्धाओं का मुकाबला राजस्थान के रणबांकुरों से होगा तो दोनों टीमें एलिमिनेट होने से बचने का हर संभव प्रयास करेंगी। केकेआर और राजस्थान के बीच ईडन गार्डन मैदान पर बुधवार को टूर्नामेंट का एलिमिनेटर मुकाबला खेला जाएगा जो दोनों टीमों के लिये अब करो या मरो का मैच है। जीतने वाली टीम को जहां दूसरे क्वालीफायर मैच में पहले क्वालीफायर की हारने वाली टीम से खेलकर फाइनल में जगह बनाने का मौका होगा तो वहीं हारने वाली टीम के लिये यह टूर्नामेंट का आखिरी मैच साबित होगा।
शाहरूख के सह मालिकाना हक वाली टीम की हौंसला अफजाई के लिये करीब 66 हजार दर्शकों के मौजूद रहने की उम्मीद है। दो बार की चैंपियन कोलकाता को इसलिये भी मैच में जीत का दावेदार माना जा रहा है क्योंकि उसने राजस्थान के खिलाफ अपने पिछले दोनों मुकाबले लीग चरण में जीते हैं। हालांकि धीमी शुरूआत के बावजूद सभी को चौंकाकर प्लेऑफ में पहुंचने वाली राजस्थान को कम आंकना भारी गलती साबित हो सकती है जिसने अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को 30 रन से हराकर प्लेऑफ में जगह पक्की की थी।
कार्तिक ने की है मोर्चे की अगुवाई
दूसरी ओर केकेआर के लिये कार्तिक ने मोर्चे की अगुवाई की है और छह नाबाद पारियां खेलकर टीम को जीत तक ले गए हैं । उन्होंने अब तक 54.78 की औसत से 438 रन बनाये हैं। त्रिनिदाद के स्पिनर सुनील नारायण ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित की है। उन्होंने टीम को आक्रामक शुरूआत देते हुए 189.01 के स्ट्राइक रेट से रन बनाये हैं।
राजस्थान रॉयल्स को दिखाना होगा दमखम
एलिमिनेटर में अब अजिंक्य रहाणे की टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। कप्तान रहाणे को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा जिन्होंने 324 रन बनाये हैं। वहीं संजू सैमसन और राहुल त्रिपाठी से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन फिनिशर की भूमिका में होंगे। राजस्थान रॉयल्स को हालांकि अपने स्टार बल्लेबाजों जोस बटलर और बेन स्टोक्स की कमी खलेगी जो अपनी टेस्ट टीम के साथ जुड़ गये हैं। इन दोनों के जाने टीम के संतुलन पर असर पड़ा है। मध्यम क्रम में किसी अनुभवी बल्लेबाज को फिनिशर की भूमिका निभानी होगी।
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