ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के दो सबसे शानदार और महत्वपूर्ण बल्लेबाज Smith-Warner को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने बॉल टेंपरिंग के मामले मेंं 12 महीनों के लिए हर प्रोफेशनल क्रिकेट से बैन कर दिया था।
साउथ अफ्रीका केखिलाफ टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियार्ई क्रिकेटर्स ने की बॉल टेंपरिंग
ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच में इस साल मार्र्च में चार टेस्ट मैचों की सीरीज हुई थी जिसमें तीसरे टेस्ट के दौैरान ऑस्टे्रलियाई क्रिकेटर्स ने इस बॉल टेंपरिंग के मामले को अंजाम दिया था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने Smith-Warner को बॉल टेंपरिंग मामले मे किया है बैन
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड के पास जब बॉल टेंपरिंग का मामला पहुंचा तो उसने सख्ती दिखाई और इस मामले की जांच की। इस जांच में यह साफ पाया गया कि स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर की ही अगुवाई में यह बॉल टेंपरिंग का कांड हुआ था।
जब पूरी दुनिया में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की किरीकरी हो रही थी तो बोर्ड ने दोनों ही खिलाडिय़ों को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम से 12 महीनों के लिए बैन कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड Smith-Warner को बैन में दे सकता है छूट
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज Smith-Warner दोनों ही आजकल बैन झेल रहे हैं लेकिन एक खबर के मुताबिक यह माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड अब इन दोनों ही खिलाडिय़ों के बैन पर नरमी दिखा सकती है।
यह कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड स्मिथ और वार्नर की बैन की सजा को कम करके उन्हें घरेलू क्रिकेट में शेफील्ड शील्ड की तरह बाकी दूसरे टूर्नामेंट खेलने की छूट दे सकती है।
Smith-Warner को शेफील्ड शील्ड में दिया जा सकता है मौका
खबरों की अनुसार यह कहा गया है कि, “ये पूरा होने में तो अभी भी लंबा सफर तय करना है।वैसे वहां पर अभी भी बहुत सारी मुश्किलें हैं, लेकिन मुझे तो लगता है सार्वजनिक भावना से उन्हें घरेलु क्रिकेट खेलने की इजाजत देने के पक्ष में बदलाव शुरू कर रहे हैं। इसकी उपलब्धता के लिए शेफील्ड शील्ड एक गुणवत्ता और बहुत बड़ा बढ़ावा होगा वर्तमान में अपने-अपने राज्यों के गेंदबाजों के लिए भी वास्तव में अच्छा परिक्षण होगा।”
Smith-Warner दोनों खेल रहे हैं कनाडा टी-20 लीग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिकेट के मैदान पर स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर दोनों ने ही वापसी कर ली है। कनाडा टी-20 लीग में वार्नर और स्मिथ दोनों ही अलग-अलग टीमों में खेल रहे हैं। दोनों ही बल्लेबाजों ने बॉल टेंपरिंग मामले में बैन के बाद 3 महीन बाद मैदान मे वापसी की है।