भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने करीब छह साल बाद मिडल ऑर्डर में बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन उनकी यह वापसी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। पहले टेस्ट मैच से बाहर रहने के बाद रोहित दूसरे टेस्ट में टीम का हिस्सा बने। केएल राहुल की ओपनिंग में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम मैनेजमेंट ने फैसला किया कि राहुल ही पारी की शुरुआत करेंगे, जबकि रोहित छठे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। हालांकि, यह प्रयोग उनकी पहली पारी में असफल साबित हुआ।
रोहित फिर क्रीज पर फंस गए
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने रोहित को सिर्फ 23 गेंदों में 3 रन पर पवेलियन लौटा दिया। बोलैंड की एक अंदर आती हुई गेंद ने रोहित को चौंका दिया। गुड लेंथ से तेजी से अंदर आई इस गेंद पर रोहित अपने फ्रंट फुट को मूव नहीं कर सके। क्रीज पर फंसने की वजह से वह स्विंग को ठीक से खेल नहीं पाए और एलबीडब्ल्यू हो गए।
गिलक्रिस्ट ने ली चुटकी
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट ने रोहित के फुटवर्क पर सवाल उठाए और मजाकिया लहजे में उनकी तकनीक की कमी को उजागर किया। गिलक्रिस्ट ने कहा, “पर्थ में हेजलवुड बेहतरीन गेंदबाज थे, लेकिन बोलैंड ने भी अपना काम अच्छे से किया। हालांकि सोचने वाली बात यह है कि अगर यह गेंद हेजलवुड ने फेंकी होती, तो क्या यह स्टंप्स पर लगती? बोलैंड की गेंदें स्किड करती हैं और रोहित का फ्रंट फुट एकदम जड़ हो गया था। यही उनकी ‘गुड नाइट’ (पारी का अंत) साबित हुआ।”
टीम के फैसले पर चर्चा
रोहित ने टीम के लिए बड़ा कदम उठाते हुए ओपनिंग पोजीशन केएल राहुल को दी। फैंस और विशेषज्ञों ने इस फैसले की तारीफ की क्योंकि इससे मिडल ऑर्डर में रोहित और ऋषभ पंत की जोड़ी भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती दे सकती थी। लेकिन फिलहाल, यह प्रयोग असफल रहा।
अगर यह बदलाव आगे भी जारी रहता है, तो यह भविष्य में टीम इंडिया के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, रोहित की यह शुरुआत बहुत निराशाजनक रही और अब यह देखना होगा कि वह अपनी पारी में सुधार कैसे करते हैं।