भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एक बार फिर रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे हैं। 12 साल बाद वह दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते नजर आएंगे। 30 जनवरी से दिल्ली और रेलवे के बीच होने वाले मुकाबले से पहले उन्होंने अरुण जेटली स्टेडियम में जमकर अभ्यास किया।
टीम के साथ बिताया समय
सोमवार को विराट करीब तीन घंटे तक स्टेडियम में मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ नेट्स पर बल्लेबाजी की बल्कि दिल्ली टीम के खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ से बातचीत भी की। उनकी मौजूदगी से माहौल काफी उत्साहपूर्ण नजर आया। युवा खिलाड़ी हों या अनुभवी कोच सरनदीप सिंह और बंटू सिंह, सभी उनसे बातचीत करने को उत्सुक दिखे।
प्रैक्टिस के बाद विराट ने टीम के साथ लंच भी किया, जो उनके पुराने दिनों की याद दिला गया। उन्होंने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ हल्की-फुल्की बातचीत की और दिल्ली क्रिकेट के पुराने दिनों को याद किया।
‘छोले-पूरी नहीं खाऊंगा’ – विराट
दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से बातचीत में बताया कि कोहली अब अपनी फिटनेस को लेकर पहले से भी ज्यादा सतर्क हो गए हैं।
“वो पहले की तरह बिल्कुल नहीं बदले हैं। हमें पता था कि उसे छोले-पूरी पसंद थी, इसलिए हमने मंगवाई थी। लेकिन उसने हंसते हुए कहा – छोले-पूरी नहीं खाऊंगा।”
इसके बजाय, विराट ने टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ बैठकर कढ़ी-चावल का लंच किया। अधिकारी ने यह भी बताया कि विराट का यही अंदाज उन्हें खास बनाता है – वे आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं और अपनी पुरानी टीम के साथ सहज महसूस करते हैं।
नेट्स पर दिखा आत्मविश्वास
प्रैक्टिस सेशन में कोहली पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे नजर आए। उन्होंने नेट्स में कुछ देर बल्लेबाजी की और खासतौर पर गेंदों को छोड़ने की प्रैक्टिस की। यह दिखाता है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को ध्यान में रखते हुए अपनी बल्लेबाजी पर काम कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने लाइन के बाहर जाती गेंदों को छोड़ने और डिफेंस पर फोकस किया। इससे साफ है कि वह लंबे प्रारूप में खुद को फिर से ढालने की कोशिश कर रहे हैं।
रणजी में वापसी से फैंस उत्साहित
विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी को लेकर दिल्ली के क्रिकेट फैंस बेहद उत्साहित हैं। लंबे समय बाद घरेलू मैदान पर खेलते हुए उन्हें देखना युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणादायक होगा।
अब देखना दिलचस्प होगा कि वह 30 जनवरी से शुरू होने वाले मैच में अपने बल्ले से क्या कमाल दिखाते हैं। उनकी मौजूदगी से दिल्ली टीम का मनोबल भी बढ़ेगा और युवा खिलाड़ियों को उनके अनुभव का फायदा मिलेगा।