आईपीएल 2025 का एलिमिनेटर मुकाबला एक ऐसा मैच था, जो इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे बेहतरीन और रोमांचक मुकाबलों में दर्ज हो सकता था। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। यह मैच भले ही गुजरात टाइटंस के लिए हार में बदल गया, मगर एक नाम जिसने पूरे सीजन की चमक को और भी खास बना दिया, वो थे। … साई सुदर्शन
साई सुदर्शन ने इस सीजन अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। उन्होंने लगभग हर मुकाबले में गुजरात टाइटंस को तेज शुरुआत दी और ना सिर्फ रन बनाए, बल्कि गति और तकनीक दोनों में संतुलन कायम रखा। महज़ 23 साल की उम्र में सुदर्शन ने वो परिपक्वता दिखाई जो आमतौर पर अनुभवी बल्लेबाजों में देखने को मिलती है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर और कोच टॉम मूडी ने सुदर्शन की तुलना सीधे ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज माइकल हसी से कर दी। दरअसल एक शो में मूडी ने कहा, मुझे उनमें माइक हसी की झलक दिखती है। उनके शॉट्स, क्रीज पर खड़े होने का तरीका, और विकेट के बीच दौड़ने की समझ बिल्कुल हसी जैसी है। माइकल हसी को उनकी सटीक बैटिंग, स्थिरता और हर फॉर्मेट में निरंतरता के कारण ‘मिस्टर क्रिकेट’ कहा जाता है, और साई सुदर्शन का खेल अब उसी राह पर आगे बढ़ता दिख रहा है।
हालांकि एलिमिनेटर मुकाबले में गुजरात को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन सुदर्शन ने एक बार फिर शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 80 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी के साथ उन्होंने इस सीजन में अपने 759 रन पूरे किए, और इसी के साथ वो आईपीएल के इतिहास में एक सीजन में 700 से अधिक रन बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए। मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए एलिमिनेटर में 228 रनों का विशाल लक्ष्य था। उम्मीदें सुदर्शन पर टिकी थीं और उन्होंने उस उम्मीद को ज़िंदा भी रखा। लेकिन क्रिकेट सिर्फ एक खिलाड़ी से नहीं जीता जाता। उनके आउट होते ही गुजरात की उम्मीदें भी खत्म हो गईं। फिर भी जिस आत्मविश्वास और मैच्योरिटी के साथ सुदर्शन ने इस सीजन बल्लेबाज़ी की, उसने उन्हें आने वाले वर्षों के लिए भारतीय क्रिकेट का एक बड़ा सितारा बना दिया है।