एशियन पैरा गेम्स 2018: भारत ने जीते पांच गोल्ड मेडल, दीपा मलिक को दूसरा ब्रॉन्ज - Punjab Kesari
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एशियन पैरा गेम्स 2018: भारत ने जीते पांच गोल्ड मेडल, दीपा मलिक को दूसरा ब्रॉन्ज

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जकार्ता : भारत ने एशियन पैरा गेम्स में शुक्रवार (12 अक्टूबर) को यहां शतरंज में दो और बैडमिंटन में एक गोल्ड मेडल से शानदार प्रदर्शन जारी रखा जबकि रियो पैरालंपिक की मेडल विजेता दीपा मलिक ने महिलाओं के एफ 51/52/53 चक्का फेंक में दूसरा ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। के जेनिता एंटो ने महिला व्यक्तिगत रैपिड पी1 शतरंज इवेंट के फाइनल में इंडोनेशिया की मनुरूंग रोसलिंडा को 1-0 से हराकर जबकि किशन गंगोली ने पुरुष व्यक्तिगत रैपिड छह – बी2/बी3 इवेंट में माजिद बाघेरी को शिकस्त देकर शीर्ष स्थान हासिल किया।

रैपिड पी1 इवेंट शारीरिक रूप से अक्षम खिलाड़ियों जबकि रैपिड छह – बी2/बी3 इवेंट आंशिक रूप से नेत्रहीन प्रतिस्पर्धियों के लिए होती है। पैरा-बैडमिंटन में पारूल परमार ने थाईलैंड में वांडी खमतम पर 21-9 21-5 से जीत दर्ज कर महिला एकल एसएल3 इवेंट का सोने का तमगा हासिल किया। इस श्रेणी में एक या दोनों पैरों से चलने में परेशानी या संतुलन बिठाने वाले खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।

पुरुषों की भालाफेंक में एफ55 वर्ग में भारत के नीरज यादव ने गोल्ड और अमित बलियान ने सिल्वर मेडल जीता। नीरज ने 29. 24 मीटर का थ्रो फेंका। पुरूषों के क्लब थ्रो में भारत के अमित कुमार ने गोल्ड और धरमबीर ने सिल्वर मेडल जीता। अमित कुमार ने 29. 47 मीटर के साथ खेलों का नया रिकार्ड बनाया।

तैराकी में स्वप्निल पाटिल ने एस 10 वर्ग में पुरूषों की 100 मी बैकस्ट्रोक इवेंट में सिल्वर मेडल जीता. उन्होंने इससे पहले पुरूषों की 400 मीटर फ्रीस्टाइल में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। भारत ने पुरूषों की सी4 व्यक्तिगत परस्यूट 4000 मी साइकिलिंग इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया जिसमें गुरलाल सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

इससे पहले दीपा ने अपने चौथे प्रयास में 9.67 मीटर चक्का फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया। ईरान की इलनाज दारबियान ने 10.71 मीटर के नये एशियाई रिकार्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता जबकि बहरीन की फातिमा नेदाम ने 9.87 मीटर के साथ सिल्वर मेडल जीता। एक अन्य भारतीय एकता भयान ने भी इस इवेंट में हिस्सा लिया था लेकिन वह चार प्रतिभागियों में 6.52 मीटर चक्का फेंककर चौथे स्थान पर रही।

एफ 51/52/53 में एथलीट के हाथों में पूरी ताकत और गति होती है लेकिन उनके पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों में ताकत नहीं होती है। उन्हें व्हील चेयर में बैठकर प्रतिइवेंट में भाग लेना होता है। दीपा ने इससे पहले एफ 53/54 भाला फेंक में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। महिलाओं की चक्का फेंक एफ11 वर्ग इवेंट में निधि मिश्रा ने 21.82 मीटर से ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

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