भारत के स्टार लेग स्पिनर आर अश्विन अक्सर चर्चा में रहते है. उन्होंने फिर से एलबीडब्ल्यू को लेकर अपना एक सुझाव दिया है. उनका मानना है कि एलबीडब्ल्यू के नियम में परिवर्तन होना चाहिए. उनका मानना है कि अगर बल्लेबाज स्विच हिच लगाना चाहे पर बॉल को वो मिस कर जाए, तो बॉल अगर लेग स्टंप के बाहर भी गिरे तो भी एएलबीडब्ल्यू आउट देने पर विचार करना चाहिए.
वैसे आपको बता दें कि ये स्विच हिट क्या होता है, स्विच हिट वो शॉट होता है जो गेंदबाज द्वारा फेंकी गई बॉल पर दाएं हाथ का बल्लेबाज बाएं हाथ घूम कर खेले या बाएं हाथ का बल्लेबाज दाएं हाथ होकर शॉट लगाना चाहता हो. इस शॉट के निरंतर ही होता है रिवर्स स्वीप शॉट भी, पर रिवर्स स्वीप शॉट में बल्लेबाज खुद नहीं बाएं से दाएं तरफ या दाएं से बाएं तरफ घुमकर शॉट लगाता है, बल्कि वो अपने बल्ले को घुमाता है और शॉट खेलता है. इसके अलावा यह भी आपको बता दें कि अगर कोई भी बल्लेबाज बाएं हाथ से खेल रहा हो तो उसके लेग स्टंप के बाहर पड़ने वाली गेंद, चाहे टप्पा खाकर स्टंप पर ही क्यों ना लगे, उसे आउट नहीं करार दिया जाएगा.
अश्विन ने साफ कहा कि मैंने इस बात पर सवाल नहीं खड़ा किया कि बल्लेबाज स्विच शॉट खेल पाता है या नहीं, या फिर कि लेग स्टंप के बाहर गेंदबाजी लाइन सही है या नहीं, मैने एलबीडब्लू को लेकर कहा है कि ऐसे कंडीशन में एलबीडब्लू दिया जाना चाहिए. अश्विन का मानना है कि बल्लेबाज को स्विच शॉट खेलने दिजिए, पर बल्लेबाज पलट कर शॉट खेलना चाह रहा है तो कोई कैसे कह सकता है कि बल्लेबाज आउट नहीं है और अगर ऐसे नियम भविष्य में बनाए गए तो गेंदबाजी और बल्लेबाजी के बीच कुछ बराबरी स्थापित की जा सकेगी.
आपको बता दें की अश्विन ने अपना ये तर्क इसलिए दिया क्योंकि भारत-इंग्लैंड के बीच हुए 1 जुलाई से टेस्ट मैच में जब इंग्लैंड के जो रूट और जॉनी बेस्ट्रो 378 रन की साझेदारी की थी, तब जो रूट ने अपनी पारी में लगभग 10 स्विच शॉट खेले, जिसमें से 9 बार वो इस शॉट को खेलने में विफल रहे. वैसे अश्विन भारत की तरफ के एक सफल गेंदबाज हैं, उन्होंने ही कैरम बॉल जैसे नए तरीके की स्पीन का आविष्कार किया था.