विदेशी जमीन पर खुल जाती है कलई - Punjab Kesari
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विदेशी जमीन पर खुल जाती है कलई

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नई दिल्ली : भारतीय टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने दक्षिण अफ्रीका पहुंच चुकी है और इस दौरे को लेकर कई बातें कही जा रही हैं। भारत और विराट कोहली के लिये यह एक अग्नि परीक्षा की तरह होगा। भारत के पास इस दौरे पर सफलता पाने के लिये शानदार बल्लेेबाजों की पूरी फौज है लेकिन इस टीम के बल्लेबाजों को विदेशी जमीन पर रिकार्ड इस सफलता को लेकर संदेह पैदा करता है। भारत के शीर्ष बल्लेबाज विराट कोहली का बल्ला क्रिकेट के हर फार्मेट में चला है लेकिन विदेशी जमीन पर उनका रिकार्ड भी भारत के लिये मुश्किलें पेश करने वाला ही है।

विराट ने अपनी जमीन पर 31 टेस्ट मैचों की 52 पारियों में दस शतक की मदद से 63.50 के औसत से 2931 रन बनाए है और अपनी जमीन पर उनका सर्वाधिक स्कोर 243 है। जैसे ही विराट कोहली विदेशी जमीन पर क्रिकेट खेलने जाते है तो उनके बल्ले से रन निकलने बंद हो जाते है । विराट ने विदेशी जमीन पर 30 टेस्ट मैचों में 54 पारियां खेली है जिसमें उन्होंने 10 शतकों की मदद से 2347 रन बनाये है जिसमें उनका औसत 45.13 ही रहा है। विराट सीम कंडीशन में खेले गये टेस्ट मैचों में अभी तक सफलता पाने से वंचित रहे है और इंग्लैंड में वह बुरी तरह असफल रहे थे। विराट कोहली को दक्षिण अफ्रीका में अपनी टीम के लिये अगुवाई भरा प्रदर्शन करना होगा ताकि अन्य बल्लेबाज प्रेरित हो सके। भारत के एक अन्य बल्लेबाज अंजिक्या रहाणे को टेस्ट क्रिकेट में काफी अच्छा क्रिकेटर माना जाता है और प्रबंधन का भरोसा भी उन पर है। रहाणे ने अब तक विदेशी जमीन पर 23 टेस्ट मैच खेले है जिनमें उन्होंने 40 पारियों में 6 शतक की बदौलत 1817 रन बनाये है जिसमें उनका औसत 53.44 रहा है।

विदेशी जमीन पर उनका उच्चतम स्कोर 147 रहा है। रहाणे अपनी जमीन पर हालांकि उतने सफल नहीं रहे है और 18 टेस्ट मैचों की तैंतीस पारियाें में 1004 रन बनाये है जिसमें उनका औसत 33.63 रहा। भारत की नई टेस्ट दीवार चेतेश्वर पुजारा को माना जाता है लेकिन अपनी जमीन पर खासा सफल रहे पुजारा को भी विदेशी जमीन पर जूझना पड़ा है। पुजारा ने विदेशी जमीन पर 20 टेस्ट खेले है जिसमें उन्होंने 35 पारियों में चार शतक जमाते हुए 1310 रन बनाये है जिसमें 38.53 का ही औसत रहा है और उनका सर्वाधिक स्कोर 153 रन रहा है। पुजारा ने अपनी जमीन पर 32 टेस्ट मैचों की 55 पारियों में 10 शतक जमाते हुए 3086 रन बनाये हैं और इस दौरान उनका औसत 62.98 रहा है। इन तीनों बल्लेबाजों पर ही भारत के मध्यम क्रम की जिम्मेदारी रहेगी और इनमेें से केवल रहाणे ही विदेशी जमीन में सफल रहे है लेकिन पुजारा और विराट की क्षमताओं पर विश्वास किया जा सकता है और ये दोनों भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते है। इसके अलावा मुरली विजय और शिखर धवन, केएल राहुल, रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज है जो अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने को बेताब है। भारत के बल्लेबाजों पर इस दौरे पर सफलता का भार होगा। दोनों तरफ के गेंदबाजों में दम दिखता है और भारतीय गेंदबाज भी विभिन्न क्षमताओं से लैस है और भारत इस दौरे में कड़ी चुनौती देने के लिये तैयार दिख रहा है।

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