श्रीलंका क्रिकेट ने आज स्पष्ट किया कि दिलरूवान परेरा ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन डीआरएस समीक्षा के लिये ड्रेसिंग रूम की मदद नहीं ली थी और उन्होंने देर से फैसला रेफरल की उपलब्धता को लेकर असमंजस की स्थिति के कारण लिया। परेरा को मोहम्मद शमी की गेंद पर मैदानी अंपायर नाइजल लांग ने पगबाधा आउट दिया था। परेरा ने पहले अपने साथी रंगना हेराथ की तरफ देखा और फिर वह पवेलियन की तरफ मुड़ गये लेकिन उन्होंने ड्रेसिंग रूम की तरफ देखकर अचानक ही रेफरल लेने का फैसला लिया। एसएलसी ने हालांकि स्पष्ट किया कि इसके लिये उन्होंने ड्रेसिंग रूम की मदद नहीं ली थी।
एसएलसी ने बयान में कहा, जैसा कि माना जा रहा है उसके विपरीत रेफरल के लिये ड्रेसिंग रूम से किसी तरह का संदेश नहीं गया था।
इसमें कहा गया है, दिलरूवान परेरा को लगा कि श्रीलंका के रेफरल खत्म हो गये हैं और इसलिए उन्होंने क्रीज छोड़ दी लेकिन तभी उन्होंने सुना कि रंगना हेराथ मैदानी अंपायर नाइजल लांग से पूछ रहे हैं क्या श्रीलंका का कोई रिव्यू बचा हुआ है जिसका लांग ने हां में जवाब दिया। इसके बाद दिलरूवान ने रिव्यू के लिये आग्रह किया। बयान में कहा गया है, हम यह बताना चाहते हैं कि श्रीलंका का प्रत्येक खिलाड़ और अधिकारी न सिर्फ आईसीसी के नियमों को पूरी तरह से सम्मान करता है बल्कि पूरी खेल भावना से क्रिकेट खेलता है।