राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए गौरव यात्रा शुरू की है। 58 दिनों की अपनी इस पूरी यात्रा में वे सूबे के लोगों से मिल रही हैं और समर्थन मांग रही हैं। इस गौरव यात्रा के दूसरे चरण के दूसरे दिन जोधपुर में सीएम वसुंधरा को कई जगह विरोध का सामना करना पड़ा। अशोक गहलोत के इलाके जोधपुर संभाग में वसुंधरा की गौरव यात्रा पर कई जगह पथराव हुआ और सभा के दौरान अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगते रहे। यात्रा जैसलमेर से निकलकर जोधपुर की तरह पहुंची ही थी और सुबह से विरोध का दौर शुरू हो गया था।
रात करीब 9:45 पर पीपाड़ में गौरव यात्रा पर पथराव शुरु हुआ। इस पथराव में गौरव यात्रा के काफिले में शामिल कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि, विरोध के बादवूद वसुंधरा ने पहले से तय अपनी सभी सभाओं को संबोधित किया। लेकिन कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव करते हुए रात्रि में खेजड़ला न रूक, जयपुर के लिए रवाना हो गई। इस पूरे मामले पर वसुंधरा राजे ने कहा कि, “कांग्रेस के एक नेता के इशारे पर यह सब किया गया है। ये वे लोग हैं जिन्होंने राज्य के लिए आज तक कुछ नहीं किया है।
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सत्ता से दूर हैं। बौखलाहट में ऐसा कर रहे हैं। वे एक महिला को डराना चाहते है। लेकिन हम इनसे डरने वाले नहीं हैं। वो शायद भूल रहे हैं कि नारी शक्ति किसी से डरने वाली नहीं है। यदि राजस्थान के लिए मेरी जान भी चली जाए तो मैं इसे अपनी खुशकिस्मती समझूंगी। डीआईजी राघवेंद्र सुहासा ने कहा है कि सब कुछ शांतिपूर्ण रहा और किसी को चोट नहीं लगी है। ओसियां में मुख्यमंत्री के पहुंचने से आधा घंटा पहले हंगामा कर रहे युवकों को खदेड़ दिया गया था।
जानकारी के लिए बता दें कि 30 सितंबर तक चलने वाली गौरव यात्रा को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राजसमंद के चारभुजानाथ मंदिर से हरी झंडी दिखाकर शुरू किया था। वसुंधरा राजे का इस रथ को लेकर 165 विधानसभा क्षेत्रों में जाने और वहां सभा संबोधित करने का कार्यक्रम है।