अब रेल पटरियों के क्रेक को ढूंढकर रेल हादसों से बचाएगा ये एप - Punjab Kesari
Girl in a jacket

अब रेल पटरियों के क्रेक को ढूंढकर रेल हादसों से बचाएगा ये एप

NULL

राजस्थान के पिंक सिटी में एक कॉलेज के युवा दल द्वारा ऐसा एप तैयार किया जा रहा है जो रेल पटरियों के क्रेक ढूंढकर रेल दुर्घटना से बचा सकता हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उदयपुर में आयोजित दो दिवसीय डिजिफेस्ट में आए जयपुर के जेईसीआरसी कॉलेज के युवा भुवनेश प्रताप सिंह एवं दल के अन्य सदस्यों ने यह दावा किया हैं।

दल ने बताया कि देश में तेरह हजार ट्रेनें हैं और रेल पटरियों के क्रेक से दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वर्तमान में इलेक्ट्रोनिक सर्किट से ट्रेक तैयार करने के लिए लगभग एक लाख करोड़ रुपयों का खर्च प्रस्तावित है परंतु यदि देशभर की सभी ट्रेनों में यदि उनके द्वारा तैयार किया गया एप और हार्डवेयर लगाया जाए तो इस पर मात्र 130 करोड़ रुपया खर्च आएगा।

यह दल ट्रेन की पटरियों पर क्रेक खोजने वाला मॉडल तैयार कर रही है। यह मॉडल रेडियो फ्रिकवेंसी पर काम करेगा और यह पटरियों में आने वाली बाधा या दुर्घटना के अंदेशों को भांपकर रेलगाड़ को सौ से 500 मीटर पहले रोक देगा।

भुवनेश ने बताया कि रेडियो फ्रिकवेंसी पर आधारित हार्डवेयर को आईओटी एप्लीकेशन से जोड़कर उस स्थान पर भी काम किया जा सकता है जहां इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं है।

अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक  करें।

और अधिक सम्बंधित समाचार के लिए यहां क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।