किसानों का कर्ज माफ करने के मुद्दे पर सत्तापक्ष एवं कांग्रेस के सदस्यों के बीच जोरदार तकरार एवं हंगामे के कारण राजस्थान विधानसभा में आज की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। शून्य काल शुरू होते ही संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द सिंह राठौड़ ने कांग्रेस सदस्यों को चुनौती दी कि वे किसानों के कर्ज माफ करने के बारे में सदन में चर्चा करें। आसन के सामने कल से बैठे कांग्रेस सदस्यों ने जवाब नहीं दिया तथा नारेबाजी करने लगे।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने भी कांग्रेस सदस्यों को बात के लिए चुनौती देते हुये कहा कि कांग्रेस ने किसानों का कर्जा कभी माफ नहीं किया। किसानों का दस हजार करोड का कर्ज तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत ने माफ किया था। इसके बाद कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों के साथ गृहमंत्री की काफी तकरार भी हुई लेकिन शोरगुल में सुनाई नहीं दिया।
कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने के बारे में सरकार ने उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन किया है।
बाद में विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कांग्रेस सदस्यों से कहा कि अगर वे बहस करना चाहते हैं तो सदन इसके लिए तैयार है, इस पर कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि पहले सरकार को कर्ज काफी की घोषणा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार घोषणा के लिए तैयार हो तो वे बहस के लिए तैयार है। शून्य काल शुरू होने के बाद करीब 25 मिनट चले शोरगुल के बीच अध्यक्ष ने कहा कि वह आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर रहे है ताकि बहस करने के बारे में दोनों पक्ष निर्णय कर सकें।