राजस्थान में 66 हजार से अधिक व्यक्तियों को एचआईवी पॉजिटिव के रूप में चिन्हित कर उन्हें उपचार सुविधायें उपलब्ध करवायी गयी तथा करीब 22 हजार व्यक्तियों को अभी भी दिया जा रहा है।
राज्य के चिकित्सा एवं स्वासथा मंत्री कालीचरण सराफ ने आज विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के वर्तमान चरण में युवाओं को अति संवेदनशील ग्रुप के तहत चिन्हित किया गया है।
उन्होंने एचआईवी एड्स से जुडी भ्रातियां मिटा कर भेदभाव और लांछन को दूर करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने कहा कि व्यवहार परिवर्तन लाकर एचआईवी पॉजिटिव लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड कर सामान्य जीवन जीने का अवसर उपलब्ध कराना आवश्यक है।
श्री सराफ ने संक्रमित व्यक्तियों को राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी द्वारा प्रदान की जा रही नि:शुल्क सेवाएं एवं सुविधाओं का पूरा लाभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार एचआईवी एड्स के साथ जी रहे लोगों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से लाभान्वित करने में देश का अग्रणी राज्य है। समस्त एचआईवी पॉजिटिव को बीपीएल श्रेणी में शामिल किया गया है।
एचआईवी एड्स के साथ जी रही महिलाओं को विधवा पेंश योजना के तहत प्रतिमाह 750 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। इन्हें पालनहार व अन्त्योदय अन्न योजना से भी लाभान्वित किया जा रहा है। एचआईवी के साथ जी रहे व्यक्तियों की जांच, दवाईयों व उपचार की सुविधाएं समस्त सरकारी चिकित्सालयों में नि:शुल्क प्रदान की जा रही है। अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें.