राजस्थान में सियासी संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 102 विधायक और अशोक गहलोत पार्टी नेतृत्व के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं है, जिसके बाद अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी चारों ओर से मुश्किलों में घिर गए है। लेकिन, खबरों की माने तो सोनिया जल्द इस समस्या का समाधान निकालना चाहती है, इसलिए वो भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बहाने कर्नाटक पहुंची है।
सोनिया और राहुल दूसरे विकलों पर भी विचार करेंगे
एक रिपोर्ट के अनुसार सोनिया ने यहां राहुल गांधी से मुलाकात की है और दोनों के बीच घंटो बातचीत हुई है। अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि दोनों के बीच राजस्थान के घटनाक्रम पर क्या बात हुई है, लेकिन इतना साफ है कि पार्टी नेतृत्व विधायकों के आगे झुकने के लिए तैयार नहीं है। सोनिया और राहुल दूसरे विकलों पर भी विचार कर रहे है।
गहलोत ने मांगी माफ़ी
वही, अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से माफ़ी मांग ली है। लेकिन, वो विधायकों के साथ खड़े है। उनका कहना है कि विधायकों के बगावत की वजह जाननी चाहिए कि आख़िरकार वो क्यों इस तरह से कर रहे है, जबकि ये वही विधायक है, जिन्होंने साल 2020 में राजस्थान में पायलट के विद्रोह के बाद सरकार गिरने से बचाया था।
पायलट सीएम के रूप में स्वीकार नहीं : 102 विधायक
हम आपको बता दें, 102 विधायक साफ कह चुके है कि वो सचिन पायलट को सीएम के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। वो मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है। नहीं तो पार्टी नेतृत्व उनमे से ही किसी को सीएम बना दे, लेकिन पायलट किसी कीमत पर स्वीकार नहीं है। वही, पार्टी नेतृत्व भी संभलकर कदम रख रहा है, क्योंकि अगले साल चुनाव होने वाले है और पार्टी को अपनी सरकार गिरने से बचाना है।