राजस्थान में हुए सरकारी नौकरी के पेपर लीक मामले में बेरोजगार एकीकृत महासंघ द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करवाने की मांग को लेकर रैली निकाली गई है। सैकड़ों की संख्या में युवा ने कंपनी बाग से जिला कलेक्टर कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाली और प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। बता दें कि कुछ समय पहले राजस्थान में टीचर भर्ती का पेपर लीक हुआ था जिसके बाद राज्य सरकार से इस मुद्दें को लेकर कठोर कानून की मांग उठ रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा कानून क्या है?
युवाओं ने बताया की भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून तत्काल लागू किया जाए। जिससे इस कानून के तहत अपराधियों को 12 महीने तक जमानत नहीं हो और उन्हें कठोर सजा दी जा सके।
युवाओं ने सरकार से क्या की मांग?
भर्तियों के पेपरलीक के मामलों की जांच सीबीआई से करवाई जाए पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाए और पेपर लीक दोषियों के लिए उम्रकैद की सजा का प्रावधान किया जाए सभी पेपर लीक माफियाओं को जल्द से जल्द पकड़ जाए और माफियाओं की संपत्ति जब्त की जाए और उनके मकानों पर बुलडोजर चलाया जाए।
ज्ञापन के अंदर क्या कहा गया है?
ज्ञापन में कहा कि पेपर लीक में लिप्त कर्मचारियों को सीधा बर्खास्त किया जाए नकलचियो डमी अभ्यर्थियों तथा पेपरलीक में लिप्स अभ्यर्थियों को परीक्षा से वंचित किया जाए और नए कानून के तहत कानून कार्रवाई की जाए। प्रदेश की भर्तियों में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाए जल्द से जल्द युवा बेरोजगार छात्र संघ आयोग भी बनाया जाए पैपर लीक में पकड़ गई बस की जांच निष्पक्ष रूप से की जाए। ज्ञापन में कहा गया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक अती 48000 पदों पर फरवरी में आयोजित होगी और इसके अलावा परीक्षा आयोजित होगी और राज्य सरकार दावा कर रही है जिसमें एक लाख पदों पर और मई भर्तियां की जाएगी। ऐसे में सभी भर्ती परीक्षाओं से पहले राज्य सरकार धरपकड़ अभियान चलाकर प्रदेश में पनपे पेपर माफियाओं और गिरोह का खात्मा होना चाहिए।