राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शुक्रवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कहा कि ‘‘इस इस्तीफे और चिट्ठी की टाइमिंग बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
आजाद ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा दिया – पायलट
कांग्रेस नेता पायलट ने कहा, ‘‘गुलाब नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा दिया है…उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के नाम एक लंबी चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी और इस्तीफे की जो टाइमिंग है, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पचास साल के लंबे अरसे तक पार्टी में तमाम पदों पर रहने के बाद आज देश और पार्टी के समक्ष जरूरत थी कि वह भाजपा के शासन के खिलाफ उन मुद्दों को उठायें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह समय था संघर्ष का, सच्चाई को सामने रखने का और भाजपा का सामना करने का..ऐसे समय पर पार्टी छोड़ देना और जो तमाम बातें उस चिट्ठी में लिखी गई है, वो सच्चाई से परे है।’’
आज सभी को साथ मिलकर काम करने की जरूरत – पायलट
पायलट ने कहा कि चाहे अनुभवी नेता हों या युवा, आज सभी को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिम्मेदारी से विपक्ष की भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन के समय आजाद कई पदों पर रहे लेकिन आज जरूरत इस बात की है कि हम सब मिलकर संघर्ष करें। लेकिन, आजाद ने ऐसे समय पार्टी छोड़ी है कि लगता है वह अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट गए।’’
कांग्रेस के कार्यकर्ता एकजुट रहेंगे और संघर्ष करते रहेंगे – पायलट
पायलट ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता एकजुट रहेंगे और संघर्ष करते रहेंगे तथा भारतीय जनता पार्टी के ‘कुशासन’ के खिलाफ पार्टी अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी।