राजस्थान में भारतीय जनसंचार संस्थान के महानिदेशक के जी सुरेश ने आज यहां कहा कि मीडिया को सरकार बनाने या गिराने के एजेंडे पर काम नहीं कर जनता के पक्ष को मजबूती से रखना चाहिए। राजस्थान पत्रिका द्वारा आयोजित पंडित झाबर मल्ल शर्मा स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता के पक्ष के अलावा मीडिया ने कोई एजेंडा रखा तो उससे निष्पक्षता खत्म हो जाती है।
उन्होंने कहा कि मीडिया को किसी का पिछलग्गू नहीं बनकर जनता को भौतिक नेतृत्व देना चाहिए। उन्होंने मीडिया में शोध के अवसर खत्म होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकार को बौद्धिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए मीडिया संस्थानों में पुस्तकालय के साथ शोध पर महत्व देना चाहिए।
श्री सुरेश ने इलैक्ट्रोनिक मीडिया में किल्ड रिर्पोटिंग पर जोर नहीं देकर अर्थहीन बहस में समय खपाने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सीमित दायरे में कही गयी उग्रवादियों के भाषा को बड़े दायरे में प्रचारित करने से बचने की भी सलाह दी। इसी के साथ उन्होंने पेड न्यूज की चर्चा करते हुए कहा कि कई बार संस्थानों से पैसे कम मिलने के कारण भी पत्रकार अपने पेट के लिए खबर को बेच देते है। उन्होंने अच्छी पत्रकारिता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के लिए पत्रिका की प्रशंसा की।
राजस्थान मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रकाश टाटिया ने इस अवसर पर कहा कि मीडिया को आज की सच्चाई पर जोर देना चाहिए ताकि कल पीढ़ियों को दूषित इतिहास नहीं मिले। उन्होंने पत्रिका की अच्छी पत्रकारिता के लिए सराहना की। इस अवसर पर डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन तथा राजीव तिवारी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। गोविंद चतुर्वेदी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी, निदेशक निहार कोठारी सहित कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।
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