राजस्थान में ग्राम पंचायत स्तर पर सार्वजनिक पुस्तकालय खोले जाएंगे, जिसमें भरतपुर और जोधपुर जिलों का चयन पहले चरण में किया गया है। इन पुस्तकालयों में कैरेक्टर बिल्डिंग और करियर गाइडेंस से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। राज्य को 3.42 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत की गई है।
राजस्थान में ग्राम पंचायत स्तर पर भी सार्वजनिक पुस्तकालय खोले जाएंगे, जिसकी शुरुआत भरतपुर और जोधपुर जिलों से होगी। शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य के शिक्षा विभाग के अनुसार, शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में हुई राज्य पुस्तकालय समिति की बैठक में राजा राम मोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान द्वारा राज्य में सार्वजनिक पुस्तकालयों के विकास के लिए दी जा रही सहायता के तहत राज्य में ग्राम पंचायत स्तर पर सार्वजनिक पुस्तकालय शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
पुस्तकालयों में मिलेंगी ये सुविधाएं
इन पुस्तकालयों में 20 विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता और कम्प्यूटर की सुविधा होगी। इन पुस्तकालयों में कैरेक्टर बिल्डिंग और करियर गाइडेंस से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी। शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इस योजना के तहत प्रथम चरण में भरतपुर और जोधपुर जिलों में 50-50 सार्वजनिक ग्राम पंचायत पुस्तकालय खोले जाने हैं, जो ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सरकारी भवन में शुरू होंगे।
सभी जिलों में खुलेंगे पुस्तकालय
राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान के महानिदेशक डॉ. अजय प्रताप सिंह ने बताया कि अगले चरण में राजस्थान के सभी जिलों में ग्राम पंचायत स्तर तक ये पुस्तकालय खोलने की योजना बनाई जाएगी। बैठक में सार्वजनिक पुस्तकालयों के भवन निर्माण, विस्तार, फर्नीचर तथा राज्य एवं संभाग स्तरीय संगोष्ठियों पर प्रतिष्ठान की वर्ष 2024-25 की योजना एवं वित्तीय सहायता पर भी चर्चा की गई। अधिकारी ने बताया कि इस योजना के तहत प्रतिष्ठान द्वारा राज्य को कुल 3.42 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत की गई, जिसमें 1.37 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा राज्यांश के रूप में प्रदान किए जाएंगे।