भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने और राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के नेताओं के साथ बैठक की।
शुक्रवार को पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में बुलाई गई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया, राज्य प्रभारी अरुण सिंह, राज्य संगठन महासचिव चंद्रशेखर, ओम प्रकाश माथुर, राज्य सह प्रभारी विजया राहतकर और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य के अलावा कोर कमेटी के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
गहलोत सरकार को घेरने के लिए एकजुट होने को कहा गया
पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों के अलावा गहलोत सरकार की चौथी वर्षगांठ पर घेराबंदी पर बातचीत पर भी चर्चा की।बैठक के दौरान राज्य के नेताओं को पार्टी के भीतर गुटबाजी के मुद्दे को सुलझाने और अशोक गहलोत सरकार को घेरने के लिए एकजुट होने को कहा गया।
कोर कमेटी की बैठक के बाद नड्डा ने वरिष्ठ नेताओं के साथ अलग से बैठक की।इसके बाद प्रदेश पदाधिकारियों की तीसरी बैठक हुई, जिसमें कोर कमेटी में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन और आगामी रणनीति पर चर्चा हुई।
मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के साथ, उम्मीद है कि पार्टी राजस्थान को लेकर एक बड़ा फैसला ले सकती है। पार्टी आलाकमान अशोक गहलोत या सचिन पायलट का पक्ष ले सकता है, लेकिन इतना तय है कि राजस्थान कांग्रेस में खींचतान जरूर शुरू हो सकती है और ऐसे में बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती ।