राजस्थान विधानसभा में शरू हो रहे बजच सत्र में कई प्रकार के हंगामे को देखने को मिल सकता है क्योंकि इस बजट सत्र में भारतीए जनता पार्टी जो की विपक्ष का रूप में हैं। वह सरकार को पूरी तरह से घेरने में लगी हुई हैं जिसमें किसानों,युवाओं, और कानून व्यवस्था से संबधित कई बड़े मुद्दे पर सरकार की कमियों का पूरा लेखा जोखा विस्तृत किया जाने वाला हैं। बताया जा रहा है बजट सत्र की शुरूआत बुधवार सुबह 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। सदन के कामकाज पर फैसला करने के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कार्य मंत्रणा समिति की बैठक होगी।
विधानसभा क सत्र
उल्लेखनीय है कि विधानसभा का यह सत्र ऐसे समय में शुरू हो रहा है, जब राज्य की कांग्रेस सरकार राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (रीट) के पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा के निशाने पर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट सत्र से ठीक पहले सोमवार को रीट लेवल-2 परीक्षा रद्द कर युवाओं को राहत दी है।
मुद्दा उठाने की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा भी भाजपा उठा सकती है।जिससे कर्ज नहीं चुकाने वाले किसानों की जमीन कुर्की करने तथा इस संबंध में नोटिस जारी किए जाने के विरोध में दौसा जिले के कुछ किसानों ने हाल ही में जयपुर में प्रदर्शन किया था। हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जमीन की नीलामी प्रक्रिया को रोकने का निर्देश दिया था।
विधायकों से किया गया संवाद
हालांकि,विपक्षी दल भाजपा ने कहा कि किसानों, युवाओं से जुड़े कई मुद्दे हैं जहां सरकार उदासीन रही है और उन्हें विधानसभा में प्रमुखता से उठाया जाएगा। बजट सत्र से पहले कांग्रेस तथा उसके सहयोगी विधायकों का तीन दिवसीय शिविर यहां एक होटल में हुआ। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने विधायकों से संवाद किया।
रणनीति पर चर्चा की जाएगी
जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक मंगलवार को विधानसभा परिसर में हुई। इसमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य विधायक शामिल हुए।पार्टी प्रवक्ता के अनुसार, भाजपा विधायक दल की बैठक में रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच सहित अन्य मुद्दों पर आर-पार की लड़ाई लड़ने की रणनीति पर चर्चा की गई।